बेगूसराय ::–
विजय श्री ::–
3 दिसंबर 2019
मंगलवार
जिले में भाकपा-माले कार्यकर्ताओं ने तेलंगना की डॉ० प्रियंका रेड्डी के सामूहिक दुष्कर्म एवं जलाकर मार देने के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए आक्रोश मार्च निकाला। आज मंगलवार को माले जिला कार्यालय से बड़ी संख्या में माले कार्यकर्ताओं ने जुटकर अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां, झंडे, बैनर लेकर आक्रोश मार्च निकाला जो कचहरी रोड होते हुए कैंटीन चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।
इस सभा की अध्यक्षता भाकपा माले के नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव ने किया। सभा को संबोधित करते हुए जिला सचिव दिवाकर कुमार ने कहा कि सरकार बेटियों की सुरक्षा में पूरी तौर पर विफल हो गई है। पूरे देश में बेटियों की हत्या, दहेज, भ्रूण हत्या, दुष्कर्म इत्यादि घटनाएं हो रही है। बेटियों की सुरक्षा पर लंबी-लंबी डिंग हांकने वाली मोदी, शाह की सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। ऐसे में बेटियों की सुरक्षा के लिए तमाम राजनीतिक दलों, संगठनों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक संस्थाओं एवं न्यायप्रिय लोगों को आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2012 में बलात्कार की संस्कृति पर रोक लगाने की देशव्यापी मांग उठी थी. लेकिन ‘बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में तो खुलकर बलात्कारियों का पक्ष लिया जाता रहा है, जिसका नतीजा है कि विगत 6 महीने में देश में 24,212 बलात्कार व यौन हिंसा के मामले दर्ज हुए हैं. हर दिन बलात्कार व यौन हिंसा के 132 मामले हो रहे हैं. ये सरकारी आंकड़े हैं. जाहिर है कि इसकी वास्तविक संख्या कहीं अधिक है.
इस स्थिति से तंग आकर लड़कियां एक बार फिर सड़कों पर निकल रही हैं और कह रही हैं कि यह देश महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित जगह बन गई है. विडंबना यह है कि ऐसी घटनाओं पर शर्मसार होने की बजाए प्रशासन उलटे लड़कियों के दमन अभियान पर उतरा हुआ है. दिल्ली पुलिस ने प्रियंका रेड्डी के न्याय के सवाल पर दिल्ली में संसद के समक्ष धरना पर बैठी छात्रा अनु दूबे के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया. ऐसा माहौल बनाया जा रहा है मानो इन घटनाओं के लिए महिलाएं ही खुद जिम्मेवार हैं.
माले नेता बैजू सिंह ने कहा कि डाॅक्टर प्रियंका रेड्डी बलात्कार-हत्याकांड पर भी तुच्छ सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है. इस गैंगरेप में चार आरोपी पकड़े गए हैं. मोहम्मद, शिवा, नवीन और चिंताकुंता चेन्नाकेशवुले. लेकिन संघी ट्राॅल अल्पसंख्यकों के प्रति घृणा के प्रचार में इस वहशी कांड का इस्तेमाल रहे रहे हैं. बीजेपी आईटी सेल बलात्कार के घृणित कल्चर पर रोक लगाने की बजाए केवल मोहम्मद को निशाना बना रही है और सांप्रदायिक उन्माद फैलाने में लग गई है.
उन्होंने कहा कि यौन हिंसा की बेतहाशा बढ़ती घटनाएं इस सवाल को एक बार फिर मजबूती से उठा रही है कि जस्टिस वर्मा की रिपोर्ट व सुझावों को अविलंब लाूग किया जाए. बलात्कारियों का स्पीडी ट्रायल करके अविलंब सजा निर्धारित की जाए. हैदराबाद बलात्कार-हत्याकांड मामले के सांप्रदायीकरण की हर कोशिशों की जांच की जाए । मौके पर इसराफिल, इंद्रदेव राम, कौशल पासवान, सुरेश पासवान सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।