भोजपुर(आरा) ::–
बबलू कुमार-
9 नवंबर 2019
शनिवार
भोजपुर जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा एवं पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने कृषि भवन स्थित अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में हिंदू एवं मुस्लिम दोनों संप्रदाय के लोगों के साथ शांति समिति की बैठक की।
बैठक में दोनों संप्रदाय के लोगों को शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु प्रशासन एवं जनता के बीच कड़ी के रूप में कार्य करने को कहा। उन्होंने सामाजिक सद्भाव बनाए रखने हेतु दोनों संप्रदाय के लोगों से लगातार आपसी संपर्क बनाए रखने तथा कोई अप्रिय घटना होने की आशंका होने पर प्रशासनिक/पुलिस पदाधिकारियों को त्वरित रूप से सूचना देने को कहा गया।
जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने अयोध्या मुद्दे पर आए फैसले के मद्देनजर जिलावासियों से शांति व्यवस्था तथा सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि सामाजिक सद्भाव भंग करने वाले, सामाजिक विद्वेष / तनाव पैदा करने वाले,अफवाह फैलाने वाले असामाजिक एवं उपद्रवी तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है तथा कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की प्रभावी मॉनिटरिंग, साइबर सेनानी द्वारा आईटी सेल के माध्यम से किया जा रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से गलत एवं भ्रामक सूचनाओं एवं अफवाहों के बारे में बिना सोचे समझे कॉमेंट, शेयर, लाइक, ट्वीट, रिट्वीट नहीं करने को कहा है। ऐसी पोस्ट ना की जाए जिससे किसी की भावनाएं आहत हो।
फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, यूट्यूब या ऐसे अन्य किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही अफवाहों को शेयर, रिट्वीट या पोस्ट ना करें। किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट में मित्र- समूह, वीडियो या पेज लाइक, सब्सक्राइब या फॉलो करने में सावधानी बरते और उन्माद फैलाने वाले तत्वों से सावधान रहें तथा यूट्यूब या अन्य किसी वीडियो चैनल पर तनाव उत्पन्न करने वाला वीडियो या फोटो अपलोड, डाउनलोड या शेयर ना करें।
व्हाट्सएप ग्रुप में गलत एवं भ्रामक सूचनाओं एवं अफवाह वाले वाले मैसेज के लिए उस ग्रुप के एडमिन जवाबदेह होंगे। किसी भी झूठे प्रचार अफवाह या दो समूहों में तनाव या वैमनस्य पैदा करने वाली गतिविधियों में शामिल होने वालों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता एवं आईटी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले के तुरंत बाद जिलाधिकारी श्री कुशवाहा एवं पुलिस अधीक्षक श्सुशील कुमार ने शहर के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों एवं मार्गो पर भ्रमण कर शांति व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया तथा विभिन्न स्थानों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी से विधि व्यवस्था संबंधी आवश्यक जानकारी प्राप्त की।