भोजपुर(आगीयाव) ::–
बबलू कुमार-
3 नवंबर 2019
रविवार
भोजपुर जिले के नारायणपुर थाना के नारायणपुर गावँ में शुक्रवार के दिन भाकपा माले की टीम ने नारायणपुर पंचायत के भाकपा माले सचिव चंदेश्वर पासवान,भूषण यादव,रामजी रवानी के नेतृत्व में पिछले दिनों हुई हत्या के सिलसिले में जांच पड़ताल कल जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि हरि सोनार 29 अक्टूबर को अपनी दुकान दुर्गा ज्वेलर्स के पास बैठे थे। उसी समय अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हरि सोनार एक लोकप्रिय और मिलनसार व्यक्ति थे। वे लोगों के साथ विनम्रता से बात करते थे। कभी व्यवसाय में किसी के साथ उनकी कोई बात नहीं बगड़ी। लेकिन अपराधियों ने उनको गोली मार हत्या कर दी यह निंदनीय और प्रशासनिक विफलता दिखाता है।
उन्होंने कहा कि नारायणपुर बाजार में आज से 6 साल पहले जब बिजली नहीं होती थी। तब इंक़लाबी नौजवान सभा के नेतृत्त्व में नारायणपुर बाजार पर भी जबर्दस्त आंदोलन हुआ था। जिसमें सभी समाज के लोग शामिल हुए थे। उसी आंदोलन से पूरे नारायणपुर गाँव और बाजार में बिजली मिली। उस आंदोलन में पूरे गाँव की एकता बनी थी। उसी आंदोलन से हरि सोनार के सगे भाई छोटे जी से हमलोगों की मित्रता बढ़ी। जो आजतक बनी है। नारायणपुर में हाल के दिनों में सामंती भाजपाई ताक़तों और सत्ता के संरक्षण में अपराधियों का एक गिरोह पला-बढ़ा है।आज नारायणपुर बाजार के दुकानदार और अगल-बगल के लोग चिंतित हैं कि बिना किसी आशंका के कोई भी किसी भी समय इस बाजार पर आता था। अब तो पहले वाली बात नहीं रही। छोटे-छोटे दुकानदार और फुटपाथ पर छोटी दुकानें कर अपने परिवार को चलाने वाले सोच रहे हैं कि इस तरह यहाँ दिनदहाड़े हत्या होगी और गुंडागर्दी होगी तो हमलोग कैसे जीएंगे।
इन लोगों ने बताया कि बाजार के लोगों से मिलने पर कहा कि इस इलाके में इतनी बड़ी घटना घट गई लगातार दो हत्याएं हुईं। 4 दिन पहले प्रधानाध्यापिका पुत्र 26 वर्षीय विशाल चौधरी की अपराधियों ने हत्या कर दी थी और इस इलाके के न विधायक जी आए और न ही सांसद महोदय जी आए और न अपराध के ख़िलाफ़ कुछ ब्यान दिए।
आज तक एक भी अपराधी को पुलिस गिरफ़्तार नहीं कर सकी है।
भाकपा माले की टीम में नारायणपुर पंचायत के भाकपा माले सचिव चंदेश्वर पासवान, भूषण यादव, रामजी रवानी, हसबुद्दीन अंसारी, तबरेज आलम, बीरेंद्र पासवान, हरेकृष्णा पंडित, युवा नेता धर्मेंद्र राम, बुज़ुर्ग माले नेता जमुना राम, छात्र नेता रणधीर कुमार, नवीन कुमार और सखिचन्द राम थे।