बेगूसराय ::–
अंकित कुमार झा ::-
15 अक्टूबर 2019
मंगलवार
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रतिनिधि मंडल आज जिला शिक्षा पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
इस प्रतिनिधिमंडल में
पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सोनू सरकार व ऋषव कुमार, नगर मंत्री शिवम कुमार व पूर्व कॉलेज अध्यक्ष बंटी कुमार शामिल थे।
पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सोनू सरकार ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर की तानाशाही एवम तुगलकी फ़रमान का विद्यार्थी परिषद विरोध करती है इस तरह रातों-रात एकाएक 626 इंटर महाविद्यालय सम्बन्धन को रोका गया, इससे साफ स्पष्ट है कि सरकार शिक्षा के प्रति कितना गंभीर है। बहुत जल्द इंटर का टेस्ट परीक्षा होने जा रहा है। हजारों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम किया जा रहा है।
यह सिर्फ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा वित्तरहित कॉलेजों से अबैध वसूली के लिए सम्बन्धन रोकने का नाटक किया गया है। विद्यार्थी परिषद इसके खिलाफ पूरे जिले में आंदोलन करेगी।
कल से सभी प्रखंडों में पुतला दहन व धरना प्रदर्शन किया जायेगा। आज बिहार के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष, सचिव, शिक्षा निर्देशक, शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेज कर छात्र हित मे सभी 626 इंटर महाविद्यालय की सम्बन्धन पुनः बहाल करने की मांग करती है, नही तो शिक्षा विरोधी बिहार सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होगे।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ऋषव कुमार व नगर मंत्री शिवम कुमार ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के विज्ञप्ति से यह जानकारी मिली है कि सत्र 2016- 18 तक ही उन महाविद्यालयो का सम्बन्धन था, तो फिर सत्र 18-20 और सत्र 19-21 का नामांकन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अपने पोर्टल पर कैसे किया यदि किया तो उनका भविष्य क्या होगा ? यह तो अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहानी चरितार्थ हुई।
किसी महाविद्यालय सम्बन्धन विस्तार की अवधि अगर समाप्ती पर है तो समाप्ति की नोटिस पहले जारी होना था और इस तरह का पत्र निकालना चाहिए था।
पूर्व कॉलेज अध्यक्ष बंटी गौतम ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऐसे प्रशासक का विरोध करता है जो शिक्षा के मंदिर को तोड़ने का प्रयास करें।