बछवाडा़ (बेगूसराय):~
राकेश कु०यादव :~
1 अक्टूबर 2019
मंगलवार
बछवाडा़ के पांच पंचायत विगत पंद्रह-बीस दिनों से बाढ़ की विभीषिका झेल रहा है। मगर बेगूसराय प्रशासन बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने में काफी विलंब कर दी। बाढ़ग्रस्त घोषित किए चार-पांच दिन गुजरने के बाद बाढ़ राहत की महज़ खानापूर्ति की जा रही है।
जबकि घोषित किए जाने के साथ हीं पर्याप्त राहत सामग्रियों के नाम पर सरकारी खजाने से पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। खर्च के अनुकूल राहत सामग्रियों की महज़ औपचारिकता हीं निभाई जा रही है। इन्ही परिपेक्ष्य में स्थितियों का जायज़ा लेने मंगलवार को पथ निर्माण विभाग बिहार सरकार के प्रधान सचिव सह बेगूसराय के प्रभारी सचिव अमृत लाल मीना जायज़ा लेने पहुंचे।
जहां प्रधान सचिव नें दियारा के पांच पंचायत क्रमशः दादुपुर, बिशनपुर, चमथा एक ,चमथा दो व चमथा तीन पंचायतों के राहत एवं बचाव कार्य का जायज़ा लिया। इस क्रम में उन्होने तेघरा एसडीओ, बछवाडा़ बीडीओ को जमकर फटकार लगाई।
उन्होने स्थानीय विधायक सह पुर्व मंत्री रामदेव राय व तेघरा एसडीओ, बीडीओ विमल कुमार सहित अन्य सहयोगी पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ विचार विमर्श किया। उन्होने बताया कि बाढ़ की विभिषिका के कारण टापू में तब्दील दियारा में जो लोग फंसे हैं और जो बाढ़ पिडी़त सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गये हैं। उनके लिए भी अविलंब सामुहिक भोजन कैम्प के माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
नाव की कम व्यवस्था पर असंतोष जाहिर करते हुए उन्होने प्रर्याप्त मात्रा में नाव उपलब्ध कराने को कहा है। पशुओं के लिए भी अविलंब चारा व्यवस्था कराने को कहा है।