भगवानपुर ( बेगूसराय )
@ पदाधिकारी के आश्वासन के बाद खुला ताला
राजीव कुमार नयन
07 सितंबर 2019
शनिवार
सरकारी विद्यालयों को जहां स्मार्ट क्लासेस के रूप में हाईटेक क्या जा रहा है वहीं दूसरी ओर सरकारी विद्यालयों में विधि व्यवस्था, शैक्षणिक गुणवत्ता का अभाव तथा मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी को लेकर आये दिन छात्रो तथा ग्रामीणो के द्वारा विद्यालय मे हो हंगामा देखने को मिल रहा है। लेकिन भ्रष्ट शिक्षा
व्यवस्था मे सुधार की गुंजाइश नही दिखता।
आज शनिवार को भी प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय ताजपुर तथा प्राथमिक विद्यालय सतराजेपुर में मध्यान भोजन तथा शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर छात्रो और ग्रामीणो ने बवाल मचाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालय सतराजेपुर मे शुक्रवार को जब छात्र को मध्यान भोजन मे भात और छोले दिये गये तब छात्रो ने छोले मे तैरते पिल्लू को देखकर आक्रोशित हो विद्यालय से बाहर निकल कर ग्रामीणो को छोले मे तैरते पिल्लू को दिखाया।
ग्रामीण पिल्लू देख आक्रोशित हो गए और अगले दिन शनिवार को इस बाबत विद्यालय के सभी कमरे मे ताला जड़ दिया तथा विद्यालय परिसर मे हो हंगामा करने लगे।
ग्रामीणो ने बताया कि इस विद्यालय मे शैक्षणिक व्यवस्था बिल्कुल चौपट है। नदीम नामक शिक्षक को छोड़कर बाकी कोई शिक्षक अध्यापन कार्य मे रूचि नही लेते हैं, इसलिए सभी शिक्षक को इस विद्यालय से स्थानांतरित किया जाय अन्यथा विद्यालय का ताला बंद रहेगा।
वही विद्यालय के मार्ग मे बने खाई पर भी लोगो ने उपस्थित पदाधिकारी का ध्यान आकर्षित किया।
विद्यालय मे ताला बंदी की सूचना पर प्रखण्ड एमडीएम पदाधिकारी राजेश कुमार, बीआरपी प्रवीण कुमार तथा रामशंकर चौधरी, तेयाय ओपी के जमादार संजय कुमार चौबे, स्थानीय मुखिया देवानंद पासवान, पूर्व मुखिया पति सरोज सिंह विद्यालय पहुंच और आक्रोशित ग्रामीणो को संबंधित लोगो पर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
बीआरपी प्रवीण कुमार ने कहा कि शुक्रवार को बने मध्याह्न भोजन की राशि का भुगतान नही किया जाएगा। वहीं उपस्थित मुखिया देवानंद पासवान से लोगो ने चिन्हित शिक्षको का स्थानांतरण का आश्वासन लिए। वावजूद लोग मान नही रहे थे तथा तत्काल स्थांतरण की जिद पर अरे रहे।

बड़ी मशक्कत के बाद आक्रोशित ग्रामीण ताला खोलने के लिए राजी हुए। इस दौरान उपमुखिया सह विद्यालय के अध्यक्ष के पति रामउदगार सहनी, प्रमोद पासवान, विश्वम्भर सहनी, इन्द्रदेव पासवान, मेघन पासवान, राजकुमार पासवान, जयजयराम पासवान सहित गांव के सैकड़ो स्त्री पुरुष उपस्थित थे।