बिहार-भोजपुर(आरा)
बबलू कुमार-
24 अगस्त 2019
शनिवार
जल जीवन हरियाली योजना के सफल एवं प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने हेतु डायरेक्टर डीआरडीए प्रमोद कुमार एवं स्वच्छ भारत प्रेरक निखिल कुमार ने विद्या भवन सभागार में सभी प्रखंडों के प्रोग्राम पदाधिकारी तथा पंचायत तकनीकी सहायक के साथ बैठक की तथा आवश्यक निर्देश दिया।
बैठक में निर्देश दिया गया कि सभी प्रोग्राम पदाधिकारी अपने प्रखंडाधीन आहर ,पोखर, पाइन एवं कुआं का भौतिक सत्यापन एवं अतिक्रमण से संबंधित अद्यतन स्थिति की जांच 2 दिनों के भीतर कर प्रतिवेदन डीआरडीए में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
उल्लेखनीय है कि जांच के क्रम में जल संरचना एवं कुआं के बारे में सरकारी अथवा गैर सरकारी स्थिति संबंधी भी रिपोर्ट प्रतिवेदित किए जाएंगे। उनके प्रतिवेदन के उपरांत संबंधित जल संरचना की स्थिति के संदर्भ में उसका खाता, खेसरा ,क्षेत्रफल के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जाएगी। इन बिंदुओं के परित: पुन: 28 अगस्त को प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
विदित हो कि ग्रामीण विकास विभाग के सचिव द्वारा जिलाधिकारी को निर्गत पत्र में जल जीवन हरियाली अभियान के तहत मनरेगा के अंतर्गत 2 अक्टूबर 2019 को सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं के जीर्णोद्धार कार्य प्रारंभ करने के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए हैं।
इस संदर्भ में उल्लेखनीय है कि 2 अक्टूबर 2019 को जल जीवन हरियाली अभियान की घोषणा संभावित है ।इस अवसर पर प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम एक सार्वजनिक जल संचयन संरचना के उड़ाही /जीर्णोद्धार का कार्य मनरेगा अंतर्गत प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है ।इसके लिए समयबद्ध तरीके से प्राक्कलन तैयार करने ,तकनीकी स्वीकृति ,प्रशासनिक स्वीकृति, तथा जियो टैगिंग के बारे में समय को ध्यान में रखना आवश्यक है ताकि सुनिश्चित समय के अनुसार कार्य समाप्त हो सके तथा लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।
भूमि उपलब्धता के अनुसार मनरेगा अंतर्गत जीर्णोद्धार उड़ा ही कार्य हेतु प्रत्येक पंचायत में लगभग 1 एकड़ तक कि कम से कम एक सार्वजनिक जल संचयन संरचना की पहचान 31 अगस्त तक पूरी कर ली जानी है। जल संचयन संरचना के चारों ओर वृक्षारोपण हेतु योजना अलग से तैयार करने का निर्देश दिया गया है भूमि उपलब्धता के अनुसार वृक्षारोपण अधिक से अधिक पंक्तियों में करने तथा पौधों की आपसी दूरी 2 मीटर* 2 मीटर एवं मुख्यतः जामुन प्रजाति के पौधे लगाए जाने को कहा गया है।