बेगूसराय ::–
विजय श्री :-
24 अगस्त 2019
शनिवार
बेगूसराय में बिहार राज्य किसान सभा, जिला किसान कौंसिल के तत्वावधान में जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के सभागार में जिला स्तरीय किसान कार्यकर्ताओं की जी०बी० बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष विद्यानंद यादव ने की।
अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त महामंत्री नन्द किशोर शुक्ला ने बैठक का उद्घाटन करते हुए कहा कि आज केन्द्र में लूट और झूठ की सरकार है। सरकार का दायित्व लोक कल्याण करने का होता है, किन्तु मौजूदा सरकार देश के किसानों-मजदूरों के अधिकारों को लूटने और अपने चहेते पूँजीपतियों-कारपोरेट-इजारेदार घरानों को आर्थिक सम्पदा को लूटने की छूट देनेवाली है। सरकार जनता की रोजी-रोटी छीन लेने पर उतारू हो गई है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सत्ता में आने के पहले जिन मुद्दों विशेषकर किसानों के लिए स्वामिनाथन आयोग की अनुशंसाओं को लागू करने, विदेशों में जमा काला धन को देश में लाने, प्रत्येक व्यक्ति के बैंक एकाउंट में 15 लाख रुपए जमा करने के वायदे किए थे, लेकिन सत्ता पाते ही अपने वायदों को जुमला कहना शुरू किया। सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण आज मँहगाई बढ़ती जा रही है। बीज, खाद, सिंचाई तथा कृषि के अन्य संसाधन मँहगे होते जा रहे हैं। अन्नदाता किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन सरकार नीरो की तरह वंशी बजा रही है। सरकार आज संविधान की धज्जियां उड़ाने को बेताब है। इस सरकार ने कश्मीर में जनतंत्र की हत्या की है। लोकसभा और राज्यसभा में बिना बहस कराये जनता के अधिकारों में कटौती कर रही है। देश के मजदूरों के मिले अधिकारों में कटौती कर रही है। इस वर्ष के बजट में कृषि, शिक्षा, और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कटौती कर सरकार पूँजीपतियों के हित साधने में लगी है, लेकिन आज उद्योग जगत को भी इस सरकार पर भरोसा नहीं है। शेयर बाजार में लगातार गिरावट जारी है।उन्होंने आरोप लगाया कि जनता के प्रतिरोध की धार को कुन्द करने के लिए सरकारी संरक्षण प्राप्त इसके आनुषंगिक सहयोगियों द्वारा साम्प्रदायिक और धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने आह्वान किया कि सरकार द्वारा पेश की जा रही चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए व्यापक एकता और अनवरत संघर्ष जारी रखने की जरूरत है।

बिहार राज्य किसान सभा के महामंत्री विनोद कुमार झा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र की तर्ज पर राज्य की एन०डी०ए० सरकार किसानों के जीवन से खिलवाड़ कर रही है। इस सरकार ने खुद से गठित डी० बंंदोपाध्याय आयोग की बिहार में भूमि सुधार से संबंधित की गई अनुशंसाओं को लागू करने के बजाय उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया है।संसाधनों के मँहगे होने के कारण किसान खेती छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं। राज्य की शिक्षा व्यवस्था धवस्त की जा रही है। अपराध बढ़ते जा रहे हैं। सरकार भूमाफियाओं के साथ मिल कर गरीबों को जमीन से बेदखल कर रही है। हम किसानों और मजदूरों की एकता का हरसंभव प्रयास कर संघर्ष के रास्ते आगे बढ़ेंगे।
बिहार राज्य किसान सभा के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक राजेन्द्र प्रसाद सिंह जिले में पूर्व के 42 स्थानों पर किए गए भूमि आन्दोलन और गरीबों-भूमिहीनों के बसाने के गौरवशाली अतीत का स्मरण कराते हुए कहा कि आज प्रशासन हदबन्दी से फाजिल, केसरे हिन्द, बेनामी, गैरमजरूआ जमीनों पर बसे लोगों को बेदखल कर रहा है। हम पुनः उन्हें चिह्नित कर भूमि आंदोलन करेंगे।
बैठक को किसान नेता आदित्य नारायण चौधरी, रामाशीष राय, सुरेश यादव, रत्नेश्वर ठाकुर, दयानिधि चौधरी, रामलखन पासवान, सीताराम दास, सीटू राज्य सचिव सुरेश प्रसाद सिंह, अंजनी कुमार सिंह समेत अन्य ने संबोधित किया।