भगवानपुर(बेगूसराय)::-
राजीव कुमार “नयन”
20 अगस्त 2019
मंगलवार
पर्यावरण के दृष्टिकोण से विद्यालय के अगल-बगल कोई प्रदूषण फैलाने वाले काम नहीं होना चाहिए। जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़े। स्कूल के अगल-बगल फैक्ट्री, कल कारखाने, गौशाला, मुर्गी फार्म आदि नहीं होना चाहिए।
ऐसे काम जिससे बच्चे को हानि पहुंच रहा हो इसी तरह का मामला प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मिडिल स्कूल चकसदाद के बगल में मुर्गी फॉर्म खोल दिये जाने के कारण हो रहा है।
स्कूली बच्चों व शिक्षकों को दुर्गंध के कारण पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। दुर्गंध के कारण शिक्षक, शिक्षिका एवं स्कूल के बच्चे नाक पर रुमाल रखकर किसी तरह पढ़ रहे हैं। वहाँ रसोइया से लेकर बच्चे तक दुर्गंध से प्रभावित हो रहे हैं।
आप को बता दें कि इस स्कूल में 508 बच्चे नामांकित हैं। जिसमें 14 टीचर कार्यरत हैं। स्कूल के नजदीक रामाशीष सहनी के द्वारा स्कूल परिसर से सटे स्थान में मुर्गी फॉर्म खोला गया है। से बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है, लेकिन इसकी सुधी न तो जन प्रतिनिधि और न तो पदाधिकारी ले रहे हैं।
जब महामारी का रूप लेगा तब घड़ियाली आंसू बहाने लोग आएंगे। एक तरफ सरकार स्वच्छता पर बल दे रही है लेकिन दूसरी ओर स्कूल परिसर के बगल में स्थित मुर्गी फॉर्म को देखने वाला कोई नहीं है। इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापिका डेजी कुमारी सहित अन्य शिक्षिकाओं द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुनील कुमार राय को एक लिखित आवेदन देकर उक्त मुर्गी फार्म संचालक पर तुरंत ही कार्रवाई करने की मांग की है। आवेदन में स्कूल के सभी शिक्षिकाएं लक्ष्मी, बिंदु, आरती, पूनम, अनामिका एवं विजेता कुमारी ने अपनी सहमति देते हुए हस्ताक्षर किया है।