बछवाडा़ (बेगूसराय):~
राकेश कु०यादव:~
06 अगस्त 2019 (मंगलवार)
शिक्षा विभाग की लापरवाही ही कही जाएगी की समय पर स्कूल का संचालन और शिक्षकों की उपस्थिति बनाए रखने में नाकाम साबित हो रही है। करोड़ों रूपया खर्च करने के बाद भी शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ोतरी नहीं होना ही मुख्य कारण है।
शिक्षकों की दबंगई एवं कर्तव्यहीनता के कारण सर्व शिक्षा अभियान एवं नौनिहालों का भविष्य बीच रास्ते में हीं दम तोड़ रही है।
आज मंगलवार को दादुपुर पंचायत स्थित भासो नंदनी संंतोष प्राथमिक विद्यालय उसराही बिंदटोली के छात्र-छात्राएं समय पर बस्ता लेकर स्कूल पहुंचे।
मगर वहां शिक्षक उपस्थित नहीं थे। जबकि विद्यालय में दो शिक्षक क्रमशः कृष्ण कांत कुमार (विद्यालय प्रधान) एवं प्रमिला कुमारी (सहायक शिक्षिका) कार्यरत हैं।
लगभग आधे घंटे इंतज़ार के बाद शिक्षक आए हाजिरी बनाकर छुट्टी की घोषणा करते हुए चलते बनें।
विद्यालय के शिक्षकों के लगातार इस रवैये से छुब्ध छात्र-छात्राओं का आक्रोश फुट पडा़ और विद्यालय प्रांगण में हीं विद्यार्थियों नें शिक्षकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगें।
पूर्व वार्ड सदस्य लक्षमण सिंह, ग्रामीण भिखारी सिंह, संतलाल सिंह, मुनेश्वर यादव, चैतु सिंह आदि ने बताया कि शिक्षकों का यह रवैया अब आम बात हो गयी है। मगर एक बात तो तय है कि शिक्षकों का यह कर्तव्यहीनता इसी प्रकार चलता रहा तो हमारे बच्चों का भविष्य एवं शिक्षा का अधिकार अधिनियम दोनों चौपट हो जाएगा।
ग्रामीणों ने बताया कि हमारा गांव देहात एवं दियारा क्षेत्र होने के कारण कोई पदाधिकारी भी इस विद्यालय का निरिक्षण करने नहीं आते है। शिक्षक एवं पदाधिकारी आपसी मेल-जोल बैठाकर कागजी खानापूर्ति करते है और सरकारी खर्च का बंदरबांट कर लेते हैं।
इस मामले को लेकर जब प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी निर्मला कुमारी से विचार जानने का प्रयास किया गया, तो उन्होने कुछ भी बताने से इन्कार करते हुए अपना पल्ला झाड़ गयी।
इधर बीडीओ डां० विमल कुमार ने बताया कि दियारा में विद्यालय बंद रहने की सुचना मिली हैं। सम्बंधित शिक्षकों पर विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाई की जाएगी।

