वीरपुर (बेगूसराय) ::–
धर्मेंद्र कुमार ::–
30 जुलाई 2019
प्रखंड प्रमुख फूलन देवी व उप प्रमुख मृत्युंजय कुमार ने मंगलवार को करीब आठ बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र वीरपुर का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान मिली भारी अनियामियता के शिकायत के उपरांत बीडीओ अखिलेश कुमार ने पीएचसी का गहन जांच किया। करीब चार घंटों तक बीडीओ, प्रमुख व उप प्रमुख के द्वारा किये गये गहन जांच से सभी स्वास्थ्य कर्मियों के पसीने छूटते रहें।
इस दौरान उन्होंने ओपीडी, दवा कक्ष, पंजीयन काउंटर, चिकित्सक कक्ष, दंत चिकित्सक कक्ष, एक्स रे रूम, प्रसव कक्ष, आयुष्मान भारत काउंटर, ऑपरेशन कक्ष समेत अन्य सभी कक्षों का गहन जांच किया।
प्रमुख फूलन देवी और उप प्रमुख मृत्युंजय कुमार ने बताया कि मंगलवार को सुबह करीब आठ बजे पीएचसी का औचक निरीक्षण मेरे द्वारा किया किया गया। इस दौरान पीएचसी के सभी कक्षों में ताला लगा हुआ पाया।साथ ही उन्होंने बताया कि निरीक्षण के क्रम में पीएचसी में मात्र दो एएनएम और एक डाटा एंट्री ऑपरेटर मौजूद थे।
बीडीओ अखिलेश कुमार ने बताया कि मेरे निरीक्षण के दौरान पीएचसी में भारी अनियामियता पायी गयीं। उन्होंने बताया कि पीएचसी परिसर स्थित विभिन्न कक्षों में जगह – जगह कचड़े का अंबार लगा हुआ पाया गया है। प्रसुति वार्ड कक्ष के सलाईन स्टैंड को स्न्नानगार में देखकर भड़क उठे गये।
निरीक्षण के उपरांत चिकित्सा प्रभारी सुशील कुमार गोयनका गायब थे। बीडीओ श्री कुमार ने जब चिकित्सा प्रभारी श्री गोयनका के बारे में उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों से पूछा तो उन्होंने अपनी दबी जुबान से बताया कि 9 बजकर 30 बजे चिकित्सा प्रभारी पीएचसी पहुँचे और 12 बजे के बाद पीएचसी से निकल पड़े। इसी बीच उन्होंने 121 रोगियों का इलाज किया। साथ ही एएनएम लोगों के बीच साप्ताहिक मीटिंग किया हैं।
इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्ष 2012 से लगातर चिकित्सा प्रभारी श्री गोयनका इस पीएचसी में कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। उन्होंने बताया कि पीएचसी प्रभारी अस्पताल परिसर में नित्य प्रतिदिन एक से दो घंटे का सेवा प्रदान कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बेगूसराय के डीएम राहुल कुमार और सिविल सर्जन बृजनंदन शर्मा से ऐसे लापरवाह चिकित्सा प्रभारी समेत दोषी स्वास्थ्य कर्मियों को अविलंब हटाने की मांग की है।