Thu. Apr 24th, 2025

बेगूसराय का नागरिक समाज, शिक्षक आंदोलन पर बर्बर दमन के खिलाफ उतरा सड़क पर

बेगूसराय ::–

विजय श्री ::-

27 जुलाई 2019

@ बिना शर्त शिक्षकों की अविलंब रिहाई हो- फर्जी मुकदमें हटाये जाय

@ बेगूसराय के छात्र नौजवान बुद्धिजीवी और नागरिकों ने शिक्षक मुद्दे पर सरकार से सकारात्मक पहल करने की मांग की

बेगूसराय जिले के नागरिक समाज ने सरकार के सार्वजनिक शिक्षा के समग्र विकास हेतु कतिपय समस्याओं का निदान नहीं होने के कारण सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए बिहार विधान सभा के समक्ष दिनांक 18-07-2019 को शांति पूर्ण धरना एवं प्रदर्शन कर रहे सुबे के पांच नियोजित शिक्षकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है ।जबकि पांच हजार अज्ञात शिक्षकों पर झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया गया है।

बेगूसराय जिले के नागरिक सरकार के इस बर्बरतापूर्ण कदम के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरकार के खिलाफ आज प्रतिवाद मार्च निकालकर अपना आक्रोश व्यक्त किया।

कचहरी रोड के अंबेडकर चौक से सैकड़ों की तादाद में छात्र, युवा, बुद्धिजीवी, संस्कृतिकर्मी व नागरिक संगठनों से जुड़े लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय तक जुलूस निकाला।

जुलूस में शामिल लोग शिक्षक आंदोलन का दमन बंद करो, शिक्षकों के साथ भेदभाव नही चलेगा, सरकारी स्कूलों का ठेकाकरण संविदाकरण नही चलेगा, स्थायी बहाली करनी होगी, समान स्कूल शिक्षा प्रणाली लागु करो, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त करो आदि नारे लगा रहे थे।

कैंटीन चौक पर पहुंचकर जुलूस एक प्रतिरोध सभा में तब्दील हो गयी जिसे संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि अपने हक के लिए संघर्ष करना शिक्षकों- नागरिकों का वाजिब हक है जिसे लाठी-गोली मुकदमों से कदापि नही दबाया जा सकता है। नीतीश-मोदी सरकार सरकारी शिक्षा प्रणाली को ध्वस्त करने के राह पर चल रही है। सुबे के सत्तर फीसदी बच्चे जिन सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। उसे ध्वस्त करने की साजिश को नागरिक समाज बर्दाश्त नही करेगा।

ठेकाकरण-संविदाकरण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के रास्ते में बाधा पैदा कर रही है। समान स्कूल प्रणाली को लागु करने के जरिये ही शिक्षा के निजीकरण को रोका जा सकता है। जिले के नागरिक इस मसले पर शिक्षकों के साथ है और सार्वजनिक शिक्षा बचाने की लड़ाई में मजबूती से खड़े रहेंगे।

गिरफ्तार शिक्षक नेताओं को बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए। उनपर लादे गये फर्जी मुकदमा वापस लेकर सम्मानजनक वार्ता में सरकार को बढ़ना चाहिए। शिक्षकों के वेतन में भेदभाव अनुचित है। सरकार को अविलंब इसे दूर करना चाहिए।

सभा की अध्यक्षता शिक्षक राहुल विकास ने की। इस मौके पर छात्र संगठन आइसा के राज्य सह-सचिव वतन कुमार, जिला अध्यक्ष अजय कुमार, एआईएसएफ नेता अमरेश कुमार, आरवाईए नेता राजेश श्रीवास्तव, जीडी कॉलेज छात्र संघ उपाध्यक्ष अभिषेक आनंद, जसम के दीपक सिन्हा, वकील संघ के संयुक्त सचिव कैलाश महतों, छात्र राजद के मुन्ना कुमार, युवा फ़िल्म मेकर अंकुर आजाद, मनोज कुमार सहित कई बुद्धिजीवी नागरिक ने हिस्सा लिया।

By National News Today

नेशनल न्यूज़ टुडे वेब पोर्टल के रूप में आप लोगों के बीच आया है। यह न्यूज़ पोर्टल "खबरें वही जो हो सही" को अक्षरसः पालन करते हुए, आपके बीच में सदैव ताजातरीन ख़बरों से अवगत कराते रहेंगे।

Related Post

You Missed