मुंगेर ::–
30 जून 2019
प्रेम कुमार ::–
मुगेर जिले के धरहरा के लालगढ का लाल शहीद डीएसपी प्रमोद कुमार की पुण्यतिथि रविवार को शहीद के पैतृक गाँव मानगढ मे मनाई गई। ग्यारहवॉं पुण्यतिथि पर पैतृक गाँव मे शहीद डीएसपी के तैलीयचित्रण पर पुष्प अर्पित किया गया।
बीपीएससी के 41 बैच के थडॅ टाॅपर रहे शहीद डीएसपी प्रमोद कुमार इसी माह के 30 जून 2008 को झारखंड राज्य के रांची के तमार थाना क्षेत्र मे नक्सलियों के विरूद कारवाई करते हुए लगभग आधा दर्जन नक्सलियों को मौत की नींद सुला दिया। नक्सलियों के विरुद्ध काबिंग आपरेशन के तहत कड़ी कारवाई करते हुए नक्सलियों को उस क्षेत्र से खदेड़ते हुए अपने देश के लिए वीरगति को प्राप्त हुए ।
शहीद के पिता स्व भुनेश्वर प्रसाद को तीन पुत्र एवं एक पुत्री हैं जिसमें प्रमोद सबसे छोटे थे । वे वचपन से ही सरल मृदुभाषी एवं मेधावी छात्र थे ।इनकी प्रारंभिक पढ़ाई झारखंड के जामताड़ा मे हुई ।क्योंकि शहीद के पिता सीएलडब्लु चितरंजन मे ही जेई के पद पर कार्यत थे ।दिवंगत प्रमोद सबसे पहले यूपीएससी की परीक्षा उतीर्ण कर एलाइड सर्विस ज्वाइन कर एक वषोॅ तक कार्य किये किन्तु बचपन से ही ये पुलिस आफिसर बनने का इनका सपना था इसी कारणवश इन्होंने इस सर्विस को त्याग कर वर्ष 1999 मे बीपीएससी के 41 वाॅ बैच के थडॅ टाॅपर मे इनका चयन हुआ ओर इनकी पहली पोस्टिंग सत्र 2000 मे बक्सर जिले मे प्रशिक्षु डीएसपी के रूप में हुई । दूसरी पोस्टिंग 2002 मे शेखपुरा जिले मे हुई इनके उत्कृष्ट कार्य हेतु डीआइजी ने इन्हें सम्मानित भी किया ।
वर्ष 2004 मे झारखंड कैडर मे पोस्टिंग हुई जहाँ लोहरदग्गा जिला गोडडा जिले सहित अन्य जिलों मे अपनी कार्य कुशलता का परिचय देते हुए पुलिस विभाग मे एक अपनी अलग पहचान बनाते हुए एक मिसाल पेश किया ।वर्ष 2008 में इनका स्थान्तरण रांची में हुआ 30 जून 2008 को नक्सलियों के विरुद्ध रांची जिले के तमार मे बड़ी कारवाई करते हुए हुए अपने देश के लिए वीरगति को प्राप्त हुए ।
मरणोपरांत झारखंड सरकार ने शहीद के परिजनों को प्रश्सरित पत्र देकर सम्मानित कर इनके नाम से पुलिस लाईन में महिला बैरक का निर्माण कराया। वे आज समाज के बीच प्रेरणा का स्त्रोत है।