मंसूरचक (बेगूसराय) ::–
मिन्टू झा ::–
28 जून 2019
शादी के करीब पांच साल बीत जाने के बाद भी कन्या विवाह योजना का नहीं मिल रहा लाभ।
सरकार लोगों की मदद के लिए एक से एक योजना चलाती है। लेकिन उसका लाभ सीधे लाभुको को नहीं मिल पाता है। इस तरह की गडबडी मंसूरचक प्रखंड में देखने को मिली है।
राशि के अभाव में सैकड़ों नवविवाहिता कन्या से माँ बन गई और अब तक उन्हें राशि नहीं मिल सकी है।
प्रखंड कार्यालय का रोजाना दर्जनों नवविवाहिता चक्कर लगाती रहती है। अजीब हालत है, प्रखंड क्षेत्र के नव विवाहितों का। जिनका शादी के करीब पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी कन्या विवाह योजनाओं का लाभ पाने के लिए भटकना पड़ता है। हद तो यह है कि 2013 में इस योजना के तहत पंचायत कार्यालय से विवाह निबंधन का रजिस्ट्रेशन करा कर प्रखंड कार्यालय में आवेदन आरटीपीएस काउंटर से जमा किया गया था। लेकिन अब तक लाभुकों को इस योजना का लाभ नहीं मिल सका है।
सूत्रों की माने तो इसके तहत सैकड़ों नव विवाहिता कन्याएं लाभार्थियों को अभी तक चेक मुहैया नहीं कराया गया।
वर्ष 2013 से अब तक के विवाहितों को प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना नियती बन गई है।
प्रावधान है कि 18 वर्ष से अधिक उम्र की कन्याओं की शादी के बाद संबंधित पंचायत कार्यालय से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद प्रखंड कार्यालय में आवेदन देने पर नवविवाहितों को पांच हजार रुपये का चेक देने का प्रावधान है।
ग्रामीण झगरू सदा, अनिल राय, शुगिया देवी, गुड़िया देवी, रामसखी देवी, रीणा कुमारी, सपना कुमारी आदि ग्रामीण कहते हैं कि वर्ष 2014 में कुछ व्यक्तियों को कन्या विवाह योजनाओं की राशि मुहैया कराई गई थी। लेकिन कुछ व्यक्तियों को मिलने के बाद इसे लगता है कि पूर्ण रूपेण बंद कर दिया गया। तब से प्रखंड परिसर में कन्याओं का आना-जाना लगा रहता है। आगे देखना है कि यह प्रक्रिया ठप ही रहता है या कुछ देखने को और मिल जाता है।