बेगूसराय ::–
देश के अंदर जब से भाजपा सत्ता में आई है। तब से सत्ता के नशे में चूर उनके द्वारा पाले हुए गुंडों ने देश में कानून को अपने हाथ में लेकर देश के मासूम लोगों को पीट रहे हैं, तबरेज अंसारी की भीड़तंत्र द्वारा जय श्रीराम के नारे लगवा कर की गई हत्या तबरेज की हत्या नहीं है बल्कि इस देश के लोकतंत्र और संविधान की हत्या है। देश के अंदर कानून सबके लिए बराबर है, लेकिन सत्ता के इशारे पर देश के अंदर इस तरह की घटनाएं कराई जा रही है, जिसकी घोर निंदा करते हुए हमारा संगठन मांग करता है कि इस तरह के कृत्य घटना करने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि इस देश के अंदर कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज है यह पता चले।
उपर्युक्त बातें कैंटीन चौक पर आयोजित प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अमीन हमजा ने कहा।
उन्होंने कहा इस तरह की घटनाएं सत्ता के संरक्षण में होना देश के कानूनी व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह है। साथ ही उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर सहित जिले के विभिन्न जगहों पर हुए चमकी बीमारी से मृत्यु के बाद उनके परिवार को सरकार उचित मुआवजा मुहैया कराएं।
प्रतिरोध मार्च का समर्थन कर रहे ऑल इंडिया तंगीम ए इंसाफ के जिला मंत्री मोहम्मद नूर आलम खान ने सरकार को अल्पसंख्यक विरोधी बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार दलित महादलित और अल्पसंख्यक देखना नहीं चाहती है।
जिला सचिव किशोर कुमार एवं जीडी कॉलेज छात्रसंघ महासचिव अमरेश कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि वर्तमान सरकार देश के अंदर हो रहे भीड़तंत्र द्वारा हत्या को रोकने में पूरी तरह विफल है। सरकार जानबूझकर देश के अल्पसंख्यक दलित महादलित पर अत्याचार करवा कर उनके अंदर डर का माहौल पैदा करना चाहती है। तबरेज के हत्यारे को कठोर से कठोर कार्रवाई मिलनी चाहिए जिससे कि आने वाले दिनों में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन बेगूसराय जिला परिषद इकाई के द्वारा नवाब चौक से आक्रोष पूर्ण प्रतिरोध मार्च संगठन के साथी मोहम्मद सैफ के नेतृत्व में निकाला गया। आक्रोष पूर्ण प्रतिरोध मार्च नवाब चौक होते हुए नगरपालिका चौक, हड़ताली चौक, थाना चौक कचहरी चौक का भ्रमण करते हुए केंटीन चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।
सभा की अध्यक्षता एआईएसएफ के जिला उपाध्यक्ष शंभू देवा कर रहे थे। प्रतिरोध मार्च के मौके पर बरौनी के अंचल मंत्री कैसर रेहन, मो0 शादाब, मोहम्मद तौकीर, मोहम्मद इमरान, मोहम्मद पप्पू, मोहम्मद आसिफ सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे।