बछवाड़ा (बेगूसराय):~
राकेश कु०यादव:~
जब बैठक में सभी विभागों पर सवाल-जवाब का दौड़ चला। मगर समूचे बैठक अवधि के दौरान मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी आरोपों के केंद्र में बने रहे।
प्रखंड पंचायत समिति की बैठक प्रारंभ होने के साथ हीं विधायक समेत सदन के सभी सद्स्य मनरेगा पीओ मिलन कुमार पर हीं बरस पडे। प्रखंड कार्यालय के अम्वेदकर भवन में मंगलवार को प्रखंड प्रमुख मंजू कुमारी की अध्यक्षता में पंचायत समिति की बैठक आयोजित किया गया।
बैठक में उपप्रमुख सुशील कुमार उर्फ़ मल्ली राय ने मनरेगा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मनरेगा में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार व्यापत है, मनरेगा योजना में पदाधिकारी के दुवारा पौधा किसी पंचायत में और चापाकल किसी दुसरे पंचायत में कागज पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि मनरेगा के माध्यम से जो पौधा लगाया गया है एक भी पौधा सही तरीके से जमीन पर नहीं लगा है। सब पौधा पूरी तरह से सुखकर नष्ट हो गया है। वही प्रखंड क्षेत्र में कई जगह बिना पेड़ लगाये मनरेगा का योजना चल रहा है। उन्होंने मनरेगा पदाधिकारी पर लुट खसोट का आरोप लगाया।
वही चमथा एक पंचायत के पंसस सदस्य सुभंश पासवान ने मनरेगा कर्मी पर आरोप लगाते हुए कहा कि चार साल पहले पंचायत में वृक्षारोपण का कार्य किया गया। लेकिन पीआरएस की लापरवाही के कारण अभी तक राशि भुगतान नहीं किया गया।
वही पंसस सिकंदर कुमार ने आवास योजना में मिल रहे लाभुक को मजदूरी और शौचालय निर्माण की राशि नहीं भुगतान करने का आरोप लगाया।
मामले को लेकर विधायक रामदेव राय ने मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी मिलन कुमार से जबाब तलब करते हुए जमकर क्लास लिया। वही पीआरएस को सदन में तुरंत हाजिर होने का आदेश देते हुए जमकर फटकार लागई।
साथ ही विधायक ने अबिलम्ब राशि का भुगतान करने का आदेश दिया। वही विधायक ने सदन में मनरेगा मामले की जांच के लिए समन्यवक समिति का गठन कर मामले की जांच करने का आदेश दिया।
वही पंसस सिकंदर कुमार ने शिक्षा विभाग में हो रहे धांधली के खिलाफ शिक्षा विभाग के कर्मी को जमकर क्लास ली। उन्होंने कहा कि प्रखंड क्षेत्र के सभी प्लस टू विद्यालयों में क्लास ग्यारहवी और बारहवी के नामाकन में विद्यालय प्रधान के द्वारा अवैध उगाही का मुद्दा उठाते हुए कहा की छात्रो से हर विद्यालय में नामांकन के नाम पर अलग-अलग फ़ीस लिया जा रहा है। कही आठ सौ रूपया लिया जा रहा है तो कही पचीस सौ रुपये लिया जा रहा है। जिससे गरीब छात्रो को काफी परेशानी हो रही है।
उन्होंने कहा की हाई स्कूल नारेपुर में मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि एवं छात्रवृति वर्ष 2016-17 से अब तक नहीं दिया गया है। वही मुखिया अमरजीत राय ने कहा कि शिक्षा विभाग पूरी तरह से चौपट हो गई है। शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा स्थानातरण के नाम पर अवैध उगाही की जा रही है। शिक्षको से रूपया लेकर मनमाने स्कूलों में भेजा जा रहा है। उन्होंने मध्य विद्यालय रानी पश्चिम के प्रधानाध्यापक के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री परिभ्रमण के लिए बिना शिक्षा विभाग के अनुमति के छात्र –छात्राओं को देश से बहार नेपाल लेकर चला गया। वही रास्ते में किसी छात्र को खाने पिने की कोई व्यवस्था नहीं की गई। जो भी छात्र भ्रमण में गए सभी अपने-अपने घर से खाना ले गए थे।
मामले को लेकर विधायक रामदेव राय ने बीडीओ को मामले की जांच करते हुए वरीय पदाधिकारी से शिकायत करने की बात कही।
मुखिया अमरजीत राय उर्फ़ कुकन राय ने आंगनवाडी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आंगनवाड़ी के सेविका द्वारा 70 प्रतिशत केंद्र उसके आवास पर ही चलता है। साथ ही किसी केंद्र पर सेविका और सहायिका बच्चो पर ध्यान नहीं देती है। सीडीपीओ का कभी कार्यालय में दर्शन ही नहीं होता है अगर कोई जनप्रतिनिधि फोन करते है तो फोन उठाना मुनासिव नहीं समझते है। जिस कारण प्रखंड के सभी केन्द्रों का संचालन सही से नहीं हो पा रहा है।
वही विशनपुर पंचायत के मुखिया श्रीराम राय ने कहा कि आंगनवाड़ी बहाली को लेकर गलत तरीके से परिसीमन कर बहाली की जा रही है। उन्होंने कहा की पूर्व में पंचायत समिति की बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया गया था। लेकिन पंसस की बैठक का अवहेलना कर सीडीपीओ अपना मनमानी कर रहे है। विधायक रामदेव राय ने कहा कि सदन सबसे ऊपर होता है अगर पदाधिकारी सदन की बातो का अवहेलना करते है तो मामले की जांच के बाद वरीय पदाधिकारी को भेजा जायगा।
वही बैठक के दौरान सदन में शौचालय, खाद्य सुरक्षा, कन्या विवाह, कबीर अंत्योष्टि मुद्दा सदन में छाया रहा।
बैठक में बीडीओ डॉ विमल कुमार, सीओ सूरजकांत, सीडीपीओ शैलजा, बीएओ संजय कुमार शर्मा, लेवर इंस्पेक्टर रामलगन पासवान समेत मुखिया दीपांकर कुमार, सुमंत कुमार, संजय कुमार दास, फुल कुमारी, टुनटुन पासवान, पंसस अरविन्द कुमार झा, मो जमाल, संतोष कुमार, ओम प्रकाश यादव, रामसगुन, श्रीकांत पासवान, पिंकी कुमारी, प्रतिमा देवी, उषा देवी, अर्चना भारती, ममता कुमारी समेत जनप्रतिनिधि मौजूद थे।