बेगूसराय ::–
@चमकी बुखार को आपदा घोषित करे सरकार
@ आइसा ने फूंका मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला
मुजफ्फरपुर सहित बिहार के विभिन्न जिलों में चमकी बुखार के प्रकोप से 150 से अधिक बच्चों की मौत के विरोध में ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोशिएशन (आइसा) ने जीडी कॉलेज से प्रतिरोध मार्च निकाल, फूंका मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला।
जिसका नेतृत्व जीडी कॉलेज छत्रसंघ उपाध्यक्ष अभिषेक आनंद कर रहे थे। आइसा के राज्य सचिव वतन कुमार ने इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के लिए सरकार को जिम्मेवार ठहराया।
उन्होंने कहा कि विगत कई सालों से इस मौसम में इस अज्ञात बीमारी से सैंकड़ों बच्चे मारे जाते रहे हैं। यदि सरकार ने पहले से इसके रोकथाम के उपाय किए होते तो मरने वाले बच्चों की संख्या काफी कम हो सकती थी। गरीबों के ही बच्चे इसके सर्वाधिक शिकार हो रहे हैं।क्योंकि सही समय पर उनका इलाज नहीं हो पाता। गांव, प्रखंड अथवा अनुमंडल स्तर पर अस्पतालों की घोर कमी और जिला स्तर के भी अस्पतालों में आईसीयू व इमरजेंसी सेवा की खराब स्थिति के कारण मरने वाले बच्चों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
इस मामले में दिल्ली-पटना की सरकार आपराधिक लापरवाही बरत रही है। जिसे कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा।
आइसा के जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि चमकी बुखार का प्रकोप बड़ी तेजी से बिहार के अन्य जिलों में फैल रहा है। बेगुसराय में भी इस बुख़ार से पाँच बच्चों की मौत होने की खबर आई है। लेकिन सरकार और स्थानीय प्रशसन इसके रोक थाम के लिए कोई ठोस कदम नही उठा रही है। उन्होंने कहा कि पीड़ित इलाकों में सरकार युद्ध स्तर पर बीमारी से बचाव के उपायों को संचालित करे। जिला स्तर पर आईसीयू युक्त व प्रखंड स्तर के अस्पतालों में इमरजेंसी सेवायें बहाल की जाएं। अक्सर देखा जाता है कि जब किसी गांव में कोई बच्चा चमकी बुखार की चपेट में आता है, तो शहर के अस्पताल तक पहुंचते-पहुंचते उसकी हालत बहुत खराब हो जाती है और उसे बचाना संभव नहीं रह जाता है।
आइसा मांग करती है कि चमकी बुखार को आपदा घोषित कर बचाव कार्य शरू करे, सैकड़ो बच्चो की हत्या के जिम्मेदार स्वास्थ मंत्री मंगल पांडे इस्तीफ़ा दे।
मौके पर मो. फ़हीम, अविनाश कुमार, राजा पटेल, शुभम कुमार, अंकित कुमार, संकेत कुमार, रौशन कुमार, सन्नी कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।