न्यूज डेस्क, बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
@ एआईवाईएफ आंदोलनकारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तीखी झड़प, काफी मशक्कत के बाद प्रदर्शनकारी माने
@ बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना तक संघर्ष जारी रहेगा- अभिनव
ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन बेगूसराय जिला इकाई के द्वारा 9 सूत्री मांगों के समर्थन में बेगूसराय समाहरणालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया गया।
आंदोलन के दौरान कलेक्ट्रेट के उत्तरी गेट के समक्ष एआईवाईएफ से जुड़े आंदोलनकारी नौजवानों ने जमकर मांगों के समर्थन में नारेबाजी किया।
आंदोलन के दौरान उस समय स्थिति अचानक तनावपूर्ण हो गई जब सदर अनुमंडलाधिकारी सदलबल आंदोलनकारी नौजवानों के बीच पहुंचे और बल प्रयोग करते हुए धक्का-मुक्की कर प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास करने लगे, जिससे आंदोलनकारी आक्रोशित हो उठे।
आंदोलनकारी नौजवान नेताओं एवं प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तीखी झड़प होने लगी।
आक्रोशित आंदोलनकारी उत्तरी गेट के सामने ही बीच सड़क पर बैठ गए इसके बाद दोनों तरफ से काफी देर तक झड़प होती रही, इस दौरान वहां की स्थिति काफी हंगामेदार बन गई। हंगामा होते देख समाहरणालय से जुड़े अन्य अधिकारी भी वहां पहुंचे और तनावपूर्ण स्थिति को संभालने का प्रयास करते हुए दोनो पक्षों को समझा बुझाकर बीच-बचाव करने लगे। काफी मशक्कत के बाद सदर अनुमंडलाधिकारी द्वारा ज्ञापन लेने पर राजी होने के बाद आक्रोशित आंदोलनकारी शांत हुए।
इससे पूर्व एआईवाईएफ से जुड़े प्रदर्शनकारी जीडी कॉलेज मुख्य द्वार से जुलूस की शक्ल में बड़ी संख्या में झंडा-बैनर लिये हुए नारेबाजी करते मुख्य बाजार,थाना चौक,कचहरी रोड होते हुए कलेक्ट्रेट के उत्तरी गेट पर पहुंचे जहां जुलूस सभा में तब्दील हो गया।
सभा को संबोधित करते हुए एआईवाईएफ के जिला संयोजक अभिनव कुमार अकेला ने कहा कि बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना करने का मांग अब आम जन भावना का रूप धारण कर लिया है। वर्तमान सत्ताधारी नेताओं के द्वारा बेगूसराय के साथ छल किया जा रहा है।
आने वाले दिनों भी हम इसके लिये संघर्ष जारी रखेंगे,साथ ही स्थानीय कारखानों में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने में प्राथमिकता केलिये संघर्ष करेंगे।
उन्होंने कहा कि बीते वर्ष बेगूसराय डेंगू महामारी के चपेट में रहा,बावजूद इसके डेंगू से बचाव का कोई उपाय नही किया जा रहा है।
ऐतिहासिक क्रांति दिवस के अवसर पर आयोजित प्रदर्शन को संबोधित करते हुए नौजवान नेता अभिनव अकेला ने आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि हर वर्ष दो करोड़ बेकार युवाओं को रोजगार देने का वादा करने वाले नरेंद्र मोदी के शासन में बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है।बेकारों को रोजगार तो नहीं ही मिला उल्टे मोदी सरकार की नीतियों ने रोजगार में लगे लोगों का भी रोजगार छिन गया है। महंगाई चरम पर पहुंच गई है।
महिलाओं, दलित, पिछड़े एवं अल्पसंख्यकों के खिलाफ उत्पीड़न काफी बढ़ गया है। इसे काबू करने के बजाए लोगों को पकौड़ा तलने और पान की दुकान खोलने की नसीहत देकर बेकारी से जूझ रहे युवाओं का माखौल उड़ाया जा रहा है। नौजवानों की समस्याओं को दूर करने के बजाय उनके धार्मिक भावना भड़का कर सांप्रदायिकता में उलझाया जा रहा है। मोदी सरकार तत्काल भगत सिंह राष्ट्रीय रोजगार गारंटी एक्ट संसद में पारित कर देश के सभी बेरोजगारों को रोजगार देने की गारंटी करें।साथ ही युवा विरोधी अग्निवीर योजना एवं तीनों अपराध कानून को तत्काल सरकार वापस ले।
प्रदर्शन कार्यों को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव अमीन हमजा ने कहा कि एक तरफ बेकारी चरम पर है उसे दूर करने के बजाय कई सालों की मेहनत करने के बाद किसी भी परीक्षा देने के लिए छात्र नौजवान जब परीक्षा केंद्र पर तो उन्हें पता चलता है कि या तो उनका पेपर लीक हो गया है या फिर सरकार ने ही सीटों में धांधली कर बेच दिया है। देश के युवाओं का भविष्य वर्तमान सरकार के रहते चक्रव्यूह के चंगुल में फंस गया है। इसके खिलाफ संगठित होकर आर पार का संघर्ष ही एकमात्र विकल्प है।
एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष अमरेश कुमार एवं जिला सचिव सत्यम भारद्वाज ने संयुक्त रूप से कहा कि एक तरफ पेट्रोल डीजल रसोई गैस सहित आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही है महंगाई चरम पर है तो दूसरी तरफ सरकारी और निजी क्षेत्र के देशभर में लाखों पद रिक्त पड़े हुए है,इसपर सरकार जानबूझकर बहाली नहीं कर रही है। सरकार बेरोजगार नौजवानों को रोजगार मिलने तक पंद्रह हजार प्रति माह बेकारी भत्ता देने की व्यवस्था करे।
आंदोलन के दौरान खुशी, रौनक, उजाला, भावना, पूर्व उपमेयर राजीव रंजन, जावेद, मुखिया पवन सदा, विश्वजीत मधुकर, लखन, किशन,बिपीन,बसंत,सन्नी,पवन यादव,रजनीश यादव,पुरुषोत्तम कुमार,अंकित सिंह इत्यादि सहित दर्जनों नौजवान प्रमुख थे।