न्यूज डेस्क, बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
यूनियन कार्यालय सूरज भवन रिफाइनरी टाउनशिप में आयोजित अन्तर राष्ट्रीय मज़दूर दिवस के अवसर पे आयोजित संगोष्ठी में जवाहर लाल विश्व विद्यालय के प्रोफेसर सुबोध मालाकर ने कहा कि पूरी दुनिया के मज़दूरों को एक रहने का संदेश देता है मई दिवस।
प्रोफेसर मालाकर ने आगे अपने वक्तव्य में कहा कि आज मज़दूर के काम के घंटे बढ़ाये जा रहे हैं। यूनियन के अस्तित्व को ख़त्म करने की साज़िश रची गई है ।साथ ही अमीर एवम् ग़रीब के बीच की खाई बढ़ाई जा रही है ,मज़दूर का बच्चा मज़दूर ही रहे ऐसी सोच के साथ सरकार आगे बढ़ रही है। जिससे की मेहनत कश अवाम कभी सत्ता के आँख उठाके भी नहीं देख सके ।मेहनत कश जनता को अपनी वोट एवम् लोकतंत्र की ताक़त को समझना होगा नहीं तो उनकी ज़िंदगी कभी बेहतर नहीं हो सकती ।
श्रम क़ानून में संशोधन पूर्ण रूप से पूँजीपति पक्षीय है ।मज़दूर को जात धर्म से ऊपर उठकर एक बेहतरीन दुनियाँ बनाने के लिए संघर्ष करना होगा यही वर्तमान परिवेश में मई दिवस की प्रासंगिकता है ।शिकागो के शहीद के खून से बना ये लाल झंडा ख़ुशहाली जीवन जीने के लिए संघर्ष का का प्रतीक है ।
सबसे पहले सैकड़ों की संख्या में मौजूद कर्मचारियों के बीच गगनभेदी नारे के संग झंडोत्तोलन का कार्य यूनियन के कार्यकारी आशुतोष कुमार सिंह ने किया ।फिर दो मिनट मौन रह कर शिकागो के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई ।
इंडियन ऑयल पाइप लाइन वर्कर्स यूनियन के कार्यालय चंद्रशेखर भवन में झंडोत्तोलन संरक्षक सर्वेश कुमार ने किया एवम् सैकड़ों की संख्या में मौजूद संगठित एवम् असंगठित क्षेत्र को संबोधित करते हुए एटक के राज्य उपाध्यक्ष ललन लालित्य ने कहा कि लगभग साठ साल से हमारी यूनियन लगातार संघर्ष के मैदान रहती है जिसके कारण यहाँ के कर्मचारी सम्माजनक ज़िन्दगी जी रहे हैं ।आज लाल झंडा पे ही यहाँ के साथियों को पूर्ण भरोसा है जिसके कारण हमारी पूरे देश भर के तेल क्षेत्र में अगवा दस्ता के रूप कार्य कर रही है ।
इस अवसर पे संजीव कुमार ,रजनीश रंजन ,भोगेन्द्र कुमार कमल ,मुरारी कुमार ,सुनील कुमार ,धनंजय कुमार सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे ।