न्यूज़ डेस्क, बेगूसराय।।
बेगूसराय में सरकार की ओर से पहली बार शबरी महोत्सव का आयोजन किया गया। बिहार के एकमात्र शबरी मंदिर कुस्महौत में स्थित है।
आपको बता दें कि पहली बार माता शबरी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 6 मार्च 2020 को वनवासी कल्याण आश्रम बेगूसराय महानगरीय इकाई के नेतृत्व में संपन्न हुई थी। जिसमें राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा, अमरेंद्र सिंह लल्लूबाबू, तत्कालीन मंत्री विजय कुमार सिंहा, राजकिशोर सिंह, अशोक कु. सिंहा, शंभूबाबू ,संदीप, राकेश पांडेय आदि का अथक परिश्रम अविस्मरणीय था।
बीच में कोरोना काल में बाधित रहते हुए भी पूजा होती रही।
इस वर्ष हमारे आश्रम द्वारा निवेदित धनराशि बेगूसराय जिला प्रशासन को प्राप्त हुआ तो अनुमंडलाधिकारी के रूप में हाल में योगदान देने वाले श्री राजीव कुमार ने कम समय में, इस महोत्सव का आयोजन भली-भांति किया।
जिला प्रशासन के आला हुक्मरानों से सजे, सुसज्जित मंच पर स्वागत अध्यक्ष प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री सुदामा कुमार ने दीप प्रज्वलन द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत करवाई और कुछ लोगों ने अपनी बातें माता शबरी को प्रणाम, उनकी महिमा,उनकी सोच को आगे रखते हुए की।
महाशिवरात्रि विशेष, लेजर इफेक्ट का अद्भुत नजारा, आदि योगा मठ, शिवा टेम्पल, बेंगलुरु में विशाल शिव मूर्ति पर शाम में भव्य लेजर इफेक्ट, अद्भुत- आप भी देखे।
कार्यक्रम के नायक, अनुमंडल अधिकारी महोदय ने विश्वास दिलाया कि अगले वर्ष से कार्यक्रम बेहतर ढंग से किया जाएगा। माननीय, उपसमाहर्ता बेगूसराय के आशीर्वचन के बाद, उप महापौर तथा वनवासी कल्याण आश्रम की वर्तमान संरक्षक श्रीमती अनिता राय ने वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा कुस्महौत में दो दशकों में हुए, हो रहे कार्यों पर प्रकाश डाला तथा प्रशासन से अनुरोध किया कि कल्याण आश्रम की महती भूमिका को याद रख कर ही आगे बढ़ें तो बेहतर होगा।
आश्रम के वर्तमान अध्यक्ष अशोक कुमार सिंहा ने कुस्महौत पंचायत, आसपास की जनता से अपील की कि परस्पर मिलजुल कर, प्रेम से हर वर्ष शबरी महोत्सव 6 मार्च को मनाएं, यहां मेला लगे पूरे बिहार का ध्यान आकृष्ट हो ताकि पर्यटन के मानचित्र पर बेगूसराय का नाम चमके तथा पर्यटन केंद्र के रूप में इसके विकसित होने से इलाके की आर्थिक सामाजिक तथा सांस्कृतिक उन्नति/प्रगति/समृद्धि संभव हो सके।
कल्याण आश्रम की उपाध्यक्ष व महिला समिति की अध्यक्ष श्रीमती सरिता सुल्तानिया ने, शबरी की महानता का बखान करते हुए याद दिलाया कि कुस्महौत के लोगों के सर्वांगीण विकास हेतु, कभी हमने घर-घर तुलसी,आम सहित पौधे बांटे और पौधों को सुरक्षित विकसित कर ने वालों को सिलाई मशीन आदि पुरस्कार स्वरूप दिए गए। तो कभी साथ में बैठकर चूड़ा दही खाया। अल्पाहार,जल आदि की उत्तम व्यवस्था के बीच दो ग्रुपों द्वारा शानदार सांस्कृतिक आयोजन संपन्न हुआ। जिसको दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया।
बी.डी.ओ. बेगूसराय अंत तक सक्रिय रहे तथा मुखिया पवन सदा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।