न्यूज डेस्क, बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
माउंट लिट्रा पब्लिक स्कूल उलाव सह वात्सल्य विहार किड्जी में मकर संक्रांति के उपलक्ष्य पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। बच्चों ने इस अवसर पर रंग-बिरंगे पतंग बनाए वही पतंगबाजी भी की।
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती शीतल देवा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तर दिशा की ओर यात्रा शुरू करती है। सूर्य देव कर्क रेखा को छोड़कर मकर रेखा में प्रवेश करते हैं। इसके अलावा मकर संक्रांति बसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है। मकर संक्रांति पर सूर्य की राशि में हुए परिवर्तन को अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होना माना जाता है। इसी कारणवश मकर संक्रांति के अवसर पर संपूर्ण भारतवर्ष में लोग विविध रूपों में सूर्य देव की उपासना, आराधना एवं पूजन करते हैं।
श्रीमती देवा ने कहा कि बच्चे आने वाले कल यानी भविष्य की नींव हैं इसलिए इन्हें हमारी संस्कृति और त्योहारों के महत्व के बारे में पता होना चाहिए। इससे भारतीय त्योहारों का महत्व बना रहेगा।
विद्यालय के निदेशक डॉ मनीष देवा ने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व जहां सूर्य को समर्पित है वहीं देश में नई फसलों के आगमन के उपलक्ष्य में इन्हें देश की अनेक प्रांतों में लोहड़ी, बिहू, पोंगल, तिल संक्रांति के रूप में मनाते हैं। शास्त्रों में उत्तरायण को देवताओं का दिन अर्थात सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है इसलिए इस दिन जप, तप, दान, स्नान आदि धार्मिक क्रियाकलापों का विशेष महत्व है। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय परिवार को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी।