@ बालू खनन ठेकेदार और खनन विभाग के मिली भगत से मजदूरों को नहीं दिया जा रहा है सोन नदी में काम।
न्यूज डेस्क -बबलू कुमार–भोजपुर – संदेश।।
भोजपुर जिले के सभी बालू घाटों पर सोन नदी में बालू खनन मजदूर अपने मजदूरी को लेकर बालू खनन ठेकेदारों के साथ काम मांगने को लेकर झड़प की खबरें प्राप्त हो रही है। आपको बताते चले की पूरे भोजपुर जिले में बालू का खनन शुरू हो चुका है। मजदूर सोन नदी में बालू खनन का काम करते हैं लेकिन बालू ठेकेदारों के द्वारा मशीन से काम किया जाता है। जिसको लेकर बालू खनन मजदूरों में आक्रोश है।
उनके द्वारा बार-बार भोजपुर जिला प्रशासन के साथ स्थानीय पुलिस प्रशासन, अंचलाधिकारी को आवेदन दिया भी जाता है लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं किया जाता है।
वही भोजपुर जिले के संदेश थाना क्षेत्र के प्लास्टर नंबर 18 बालू घाट में संदेश प्रखंड के सिरकीचक गांव के लगभग 150 से अधिक मजदूरों को काम नही करने दिया जा रहा है जिसको लेकर आक्रोशित मजदूरों ने संदेश- अजीमाबाद सड़क को जाम कर प्रदर्शन कर रहे है । सोन नदी में बालू खनन करने को लेकर बालू खनन ठेकेदारों के द्वारा मजदूरों को काम नहीं देने को लेकर प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने बतलाया कि हम लोगों ने कितने बार इस विषय पर प्रशासन को आवेदन देकर सूचित किया गया साथ ही व्यक्तिगत रूप से मिलकर इस विषय को बताया गया लेकिन प्रशासन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया गया।
मजदूरों को मजदूरी दिलाने को लेकर प्रशासन की लापरवाही के कारण आज हम लोगों को काम नहीं मिल रहा है जबकि सोन नदी में बालू ठेकेदारों के द्वारा मशीन से लोडिंग किया जा रहा है। साथ ही आकर्षित सड़क जाम कर रहे मजदूरों ने कहा कि जब तक हमें सोन नदी में हो रहे बालू खनन में सभी मजदूरों को बालू लड़ने का काम नहीं मिलेगा तब तक सभी मजदूर सड़क पर बैठे रहेंगे। वहीं भक्ति माली के अंचल सचिव संजय कुमार सिंह ने बतलाया कि हमारी पार्टी मजदूरों को काम दिलाने को लेकर संबंधित सभी पदाधिकारी से बातचीत किया लेकिन पदाधिकारी की लापरवाही के कारण बालू खनन ठेकेदार और प्रशासन के मिली भगत से मजदूरों को कम नहीं दिया जा रहा है। जब तक सभी मजदूरों को सोन नदी में बालू खनन करने में काम नहीं मिलेगा तब तक सड़क जाम रहेगा। उन्होंने कहा कि खनन विभाग के नियम के खिलाफ बालू खनन ठेकेदारों के द्वारा पोकलेन मशीन से सोन नदी से 30 से 40 फीट गड्ढा कर बालू की निकासी की जा रही है सरकार का नियमावली है कि 3 मीटर से ज्यादा गढ्ढा नहीं किया जाना चाहिए लेकिन बालू खनन विभाग एवं स्थानीय जिला प्रशासन और बालू खनन माफियाओं के मिल कर सोन नदी में बालू खनन के लिए 30 से 40 फीट गड्ढा कर बालू का खुदाई और निकासी हो रहा है बालू खनन के नियमावली में
सुखा बालू निकासी करना है लेकिन बालू ठेकेदारों के द्वारा सुख बालू निकासी का निकासी नहीं किया जा रहा है बल्कि सोन नदी में बह रहे धारा में जाकर 30 से साल 40 फीट खुदाई कर बालू का निकासी किया जा रहा है वही पानी से खुदाई किए गए बालों को ट्रैक पर लादकर पानी छूट ट्रक बालू ले जा रहे हैं।
भाकपा माले के अंचल सचिव संजय कुमार सिंह ने यह भी आरोप लगाया संदेश प्रखंड के सभी बालू घाटों पर
एक घाट के क्लस्टर नंबर में 5-6 -रास्ता बनाकर बालू खनन के लिए घाट चलाए जा रहे हैं लेकिन सोन नदी में हो रहे बालू खनन में मजदूरों को काम नही करने दिया जा रहा है।