न्यूज डेस्क, बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
“भोकल फॉर लोकल” एवं महात्मा गांधी के द्वारा चलाए गए खादी वस्त्र अभियान को ध्यान में रखते हुए बरौनी रिफाइनरी ने 28 अक्टूबर 2023 को केवीआईसी, पटना के सहयोग से एक दिवसीय खादी महोत्सव का आयोजन किया।
इस महोत्सव का विधिवत उदघाटन श्री आर के झा, कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख, बरौनी रिफाइनरी ने श्री सत्य प्रकाश, कार्यपालक निदेशक (तकनीकी), डॉ. एम हनिफ अवस्थी, राज्य निदेशक , केवीआईसी , श्री जी आर के मूर्ति, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना), डॉ. प्रशांत राऊत , मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन), श्री एस जी वेंकटेश, मुख्य महाप्रबंधक (टीएस एवं एचएसई), महाप्रबंधकगण, उप महाप्रबंधकगण, श्री संजीव कुमार, अतिरिक्त महासचिव, बीटीएमयू, श्री पीयूष कुमार राय, सीईसी, आईओओए और बरौनी रिफाइनरी के अन्य अधिकारीगण, अतिथिगण और पत्रकारगण की उपस्थिति में किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
खादी महोत्सव पर संबोधित करते हुए श्री आर के झा ने कहा कि खादी कपड़े मात्र कपड़े नही यह हमारी भारतीयता की पहचान है । हम जितना इसका प्रचार-प्रसार करेंगे हमारी संस्कृति का प्रचार-प्रसार होगा । कभी सादगी की पहचान मानी जाने वाली खादी अब आधुनिकता संग कदमताल कर रही है । यही कारण है कि बाजारों से लेकर मॉल तक खादी के उत्पाद लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। यही नहीं खादी के कपड़े और उत्पाद मल्टीनेशनल ब्रांड पर भी भारी पड़ते दिख रहे हैं। वहीं आधुनिक दौर में इसकी गुणवत्ता का जलवा पाश्चात्य संस्कृति में रचे बसे फैशन प्रेमी भी देख रहे हैं ।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में खादी ब्रांड बन कर उभरा है और इसकी खरीदारी भी देश विदेश में हाथों हाथ हो रही है। आज भारत के खादी को दुनियाभर में पसंद किया जा रहा है।
खादी मेले में पुरुष, महिला और बच्चों सभी के कपड़े मिल रहे थे। हैंडलूम कारीगरों के हाथ से बने बनारसी साड़ी, कमीज-सलवार, सूट के स्टॉल लगे थे । खास बात की सभी समानों का फिक्स रेट था और बाजार से सस्ता मिल रहा था।