
50 फ़ीट के दो गेट के साथ 500 से ज्यादा लगाए जाएंगे ट्यूब लाइट
भव्य रंगीन बल्बों से सजाया जाएगा मंदिर परिसर
वर्ष 1945 से हो रही लहेरी धर्मशाला में मां दुर्गा की पूजा अर्चना
बेगूसराय, संवाददाता।।
शहर के स्टेशन रोड स्थित लहेरी धर्मशाला दुर्गा मंदिर में इस वर्ष दुर्गा पूजा को लेकर व्यापक तैयारी की जा रही है। इस बार भव्य मंदिर की सजावट काफी भव्य तरीके से की जा रही है। शहर के 50 दुर्गा मंदिरों में से इस मंदिर की सजावट अद्वितीय होगी। इस बार भव्य सजावट व लाइटिंग की जाएगी।
समिति के अध्यक्ष कौशल किशोर वर्मा और उपाध्यक्ष आलोक कुमार मुन्ना ने बताया कि स्टेशन चौक से लेकर होटल राधास्वामी चौक तक भव्य रंगीन लाइट और रौशनी के साथ पंडाल बनाये जाएंगे। स्टेशन चौक और होटल राधास्वामी चौक पर दो भव्य 50 फ़ीट का गेट बनाया जाएगा।
पूरे मंदिर परिसर को रंगीन लाइट से सजाया जाएगा। मंदिर परिसर के अंदर वातशीतल पंडाल बनाये जाएंगे ताकि श्रद्धालुओं को गर्मी का एहसास कम हो। सड़क के दोनों किनारों पर 500 से ज्यादा ट्यूब लाइट लगाए जाएंगे। इस वर्ष मां की 8 फ़ीट ऊँची भव्य प्रतिमा बनायीं जायेगी। मां की प्रतिमा का श्रृंगार सोना चांदी और हीरे के जेवरात से किया जाएगा। परंपरागत ढंग से पूजा अर्चना के लिए मराची से नगाड़ा वाले को बुलाया जा रहा है। वहीं सप्तमी जागरण के दिन भव्य देवी जागरण का भक्तिमय गीतों का कार्यक्रम आयोजित होगा। अष्टमी से लेकर दशमी तक भण्डारा भी लगाया जाएगा। वहीं श्रद्धालुओं और वृद्ध, लाचार, दिव्यांग, बीमार के लिए आरामगृह के साथ साथ शौचालय, प्याऊ, प्राथमिक उपचार केंद्र आदि की सुविधा रहेगी।
79 वर्षों से इस मंदिर में हो रही पूजा:
लहेरी धर्मशाला में 1945 में दुर्गा पूजा की शुरुआत की गयी। स्टेशन रोड के फेंकू बरियार, त्रिवेणी साह, रामचंद्र सिंह ने दुर्गा पूजा की शुरुआत की थी। तब से लेकर 1967 तक किसी तरह से पूजा होती रही। इसी वर्ष नई समिति बना कर विशुनदेव झा को इसका अध्यक्ष बनाया गया। वे 60 वर्षों तक समिति के अध्यक्ष रहे। इस संबंध में संरक्षक दिलीप कुमार सिन्हा बताते हैं की शुरुआती दौर में लाइट नहीं रहने के कारण पेट्रोमैक्स की रोशनी में 10 दिनों तक पूजा की जाती थी। कई वर्षो तक ऐसा ही चला। बाद में मोहल्ले सहित पूरे शहर के जन सहयोग से अच्छे ढंग से पूजा समारोह का आयोजन होने लगा।
दूर-दूर से यहां पूजा करने आते हैं श्रद्धालु:
शहर के लहेरी धर्मशाला दुर्गा मंदिर के मां की महिमा अपरम्पार है। दूर-दूर से लोग यहां मां दुर्गा की पूजा करने आते है। यहां दुर्गा पूजा में मां की आरती करने दूर-दूर से सैकड़़ों की संख्या में महिला श्रद्धालु भी शामिल होते हैं। यहाँ जो भी श्रद्धालु मैन से मन्नत मांगता है मां उसकी मनोकामना अवश्य पूरी करती है। प्रथम खोईंछा भरने के लिए यहां कई वर्ष पूर्व ही नंबर लगाया जाता है। यहां षष्टी पूजा के दिन शस्त्रों की पूजा की जाती है। ढोल नगाड़े के साथ स्थानीय निवासी शस्त्रों के साथ भव्य जुलूस निकालते हैं। एक ही मूर्तिकार के वंशज मूर्ति बनाते आ रहे है। जिनमें गोविंद पंडित, बाबू लाल पंडित, जगदीश पंडित, आशिक लाल पंडित, दिलीप पंडित शामिल है।

पूजा कमिटी का गठन:
दस दिवसीय पूजा के लिए नई कमेटी का गठन किया गया है। इसके अध्यक्ष कौशल किशोर वर्मा बनाए हैं। वहीं उपाध्यक्ष आलोक कुमार मुन्ना, सचिव राहुल कुमार गोलू, कोषाध्यक्ष पंकज भगत, पूजा संयोजक दिलीप सिंह और त्रिलोकी सिंह उप संयोजक होंगे। सलाहकार सुमित सिन्हा बनाये गए है।