बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
महिलाओं के सशक्तिकरण की सबसे पहली शर्त है आत्मनिर्भरता जब महिलाएं आत्मनिर्भर होगी तभी सशक्त हो सकती हैं। महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने में प्रयासरत संस्था त्रिवेणी के द्वारा गुलाल कुटीर उद्योग प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन खातोपुर वार्ड नंबर 45 में किया गया।
त्रिवेणी संस्था कई सालों से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम करती आ रही है। जिसके लिए फ्री प्रशिक्षण के माध्यम से महिलाओं को हर तरह की कलाओं का प्रशिक्षण दिया जाता है। जैसे सिलाई, मधुबनी पेंटिंग, ब्यूटीशियन, मेहंदी, कढ़ाई और भी सभी तरह की कलाओं का प्रशिक्षण दिया जाता है।
घर बैठे महिलाओं को विभिन्न प्रकार के कुटीर उद्योग का प्रशिक्षण दिया जाता है, जैसे कि मोमबत्ती, अगरबत्ती, राखी, अनंत, गुलाल, पापड़, आचार और भी बहुत कुछ। जिससे महिलाएं घर की जिम्मेदारियों को संभालते हुए कम से कम पूंजी में स्वरोजगार शुरू कर सके।
त्रिवेणी संस्था की ओर से इस प्रकार के जागरूकता शिविर का आयोजन होता रहता है। इस कड़ी में महिलाओं को गुलाल कुटीर उद्योग का प्रशिक्षण दिया गया। जहां महिलाओं एवं लड़कियों को हर्बल गुलाल बनाने की पद्धति बताई गई। रंग-बिरंगे गुलाल जिसमें किसी भी तरह के हानिकारक रसायनों का प्रयोग नहीं किया जाता, जो बिल्कुल इको फ्रेंडली है।
इस प्रकार के गुलाल बनाकर महिलाएं अपना छोटा सा स्टार्टअप खुद का तैयार कर सकते हैं। इस कार्यशाला में अधिक संख्या में महिलाओं एवं लड़कियों ने भाग लिया। जहां स्वरोजगार के विभिन्न तरीकों को बताया गया।
वही त्रिवेणी संस्था के सचिव अंजली प्रिया ने कहा कि हुनर सीखना बहुत ही जरूरी है। हमारे पास जिस चीज का भी हुनर हो उससे हम अपना रोजगार बना सकते हैं। अपने हुनर को निखार कर अपना खुद का स्टार्टअप तैयार कर सकते हैं।
वहीं वार्ड 45 की वार्ड पार्षद गोलकी देवी ने कहा कि इस तरह का आयोजन हर वार्ड में होना चाहिए। जिससे महिलाएं जागरूक हो और अपने हुनर को अपनी ताकत बनाकर अपने पैरों पर खड़ी हो सके।
इस आयोजन को सफल बनाने में मुख्य रिजवाना प्रवीण, प्रत्युष कुमार, आदर्श आचार्य, आदित्य कुमार, निशा देवी, गोलकी देवी का सहयोग रहा।