बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति के तत्वाधान में भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के अप्रतिम योद्धा बिहार केसरी डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह की 135 वी जयंती समारोह श्री कृष्ण चौक, नगर निगम स्थित उनके आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण कार्यक्रम हुआ। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।
अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने कहा कि श्री बाबू का जन्म 21 अक्टूबर 1887 तथा मृत्यु 31 जनवरी1961 को हुआ था वह बिहार के विराट महापुरुष तथा अप्रतिम योद्धा थे। उनकी राजनीति की शुरुआत मुंगेर जिला परिषद के चेयरमैन से हुई थी। वह बिहार के प्रधानमंत्री और आजीवन बिहार के मुख्यमंत्री के पद पर को सुशोभित करते रहे। ऐसे महापुरुष को मेरा शत-शत नमन करता हूं।
इस अवसर पर नगर निगम के पूर्व मेयर आलोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि श्री बाबू का संपूर्ण जीवन राष्ट्र सेवा और जन सेवा के लिए समर्पित था। उनके कर्मठ एवं कुशल कारों से राधिका बहुमुखी विकास हुआ। ऐसे महापुरुष को मेरा शत शत नमन।
इस अवसर पर चंद्रशेखर चौरसिया ने कहा कि महान विभूतियों का आकलन उनके व्यक्तित्व एवं कर्तव्य बोध से होता है ऐसे में बिहार केसरी डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह नील गगन में देदीप्यमान नक्षत्र के रूप में चमकते रहे श्री बाबू आधुनिक बिहार के शिल्पकार बहुआयामी प्रतिभा के धनी बिहार के गौरव स्तंभ भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के अग्रणी सेनानी थे ऐसे महापुरुष को मेरा शत-शत नमन।
इस अवसर श्री लाल की इस अवसर पर विधान परिषद सर्वेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार की औद्योगिक विकास में श्री बाबू अपना संपूर्ण जीवन होम कर दिया।वे सच्चे देशभक्त थे ।आज उनके पद चिन्हों पर चलना बहुत ही कठिन है बिहार में दर्जनों जोगी का संस्थान की स्थापना उन्होंने करवाई इसके लिए बिहार वासियों का सदा ऋणी रहेगा। ऐसे महापुरुष को मेरा शत-शत नमन।
इस अवसर पर रवि शंकर पोद्दार गांधी भाजपा नेता ने कहा कि शिक्षा और शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना और विकास में श्री बाबू की अहम भूमिका रही है। ऐसे महापुरुष को मेरा शत शत नमन।
इस अवसर पर आज़ाद पुस्तकालय के सचिव डॉ एम. एन.रहमानी, मोहम्मद जुल्फिकार अली जदयू नेता ,अधिवक्ता राजेंद्र महतो, महिला सेल सचिव सुनीता देवी, छात्र अनिकेत कुमार पाठक,अधिवक्ता राजीव कुमार उर्फ मुन्ना, सीताराम, नवनीत कुमार, नगर निगम के कर्मचारी नेता दशरथ सिंह ,वरुण पंडित अनेकों ने श्री बाबू के आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनको शत-शत नमन किया।