Wed. Feb 12th, 2025

छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक कैरियर को चौपट करने पर तुली है मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन :: एबीवीपी

बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।

@ छात्र-छात्राओं के एडमिट कार्ड पर वर्ष 2024, तो किसी पर राज्यपाल महोदय का फोटो आना उच्चतर शिक्षा व्यवस्था के चौपट होने का प्रतीक : एबीवीपी

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कई आंदोलनों एवं प्रदर्शनों के बाद स्नातक तृतीय खंड की परीक्षा आयोजित करने की बात की गई है एवं इसकी तिथि 12 सितंबर तय की गई।

मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन आनन-फानन में बचे हुए छात्र छात्राओं का परीक्षा फॉर्म ऑफलाइन माध्यम से भरवाया एवं कर्मचारियों की कमी के बीच शीघ्र एडमिट कार्ड जारी करने में भारी त्रुटि की गई।

कई छात्र-छात्राओं के एडमिट कार्ड पर परीक्षा की तिथि वर्ष 2024 अंकित की गई है। तो कई छात्र-छात्राओं के एडमिट कार्ड वर्ष 2023 अंकित की गई है।

छात्र-छात्राओं के फोटो में भी बड़े स्तर पर त्रुटि है साथ ही ताज्जुब की बात यह है कि एक छात्र के प्रवेश पत्र पर राज्यपाल फागू चौहान जी की तस्वीर छपी हुई हैं। जो शिक्षा व्यवस्था के नकारा पन का प्रतीक है।

इस संबंध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी ने कहा कि जिस प्रकार मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन आए दिन शैक्षणिक गुणवत्ता को अंतिम पायदान पर रखकर विश्वविद्यालय चला रही है, यह सबों के लिए शर्म की बात है। विशेषकर तमाम छात्र संगठनों को इस हेतु जोरदार आंदोलन करने की जरूरत है।

जिला संयोजक सोनू सरकार एवं नगर मंत्री पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि जी डी कॉलेज के छात्र के प्रवेश पत्र पर राज्यपाल महोदय का तस्वीर छपा हुआ है। साथ ही इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक सहित कोई भी पदाधिकारी कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं। जिले की समस्याओं को लेकर कई बार हम लोगों ने कुलपति ,कुलसचिव, डीएसडब्ल्यू , परीक्षा नियंत्रक सभी से आग्रह विनती एवं आंदोलन का रास्ता अपनाएं किंतु सुधार कि किसी भी प्रकार की गुंजाइश नहीं दिख रही है।

यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा छात्र संगठनों को मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन की मनमानी के खिलाफ सड़क पर जंग लड़ना चाहिए।

प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आदित्य राज एवं जिला एस एफ डी प्रमुख अंशु कुमार ने कहा कि विद्यार्थी परिषद छात्र हितों के मुद्दे पर मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन का घेराव कर चुकी है। जिस पर कुलपति महोदय ने समस्या समाधान हेतु वार्ता भी किया किंतु आज तक उसका प्रभाव नहीं दिखा है।

जी डी कॉलेज इकाई अध्यक्ष कुमार अमन एवं कार्यालय मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि छात्र-छात्रा छोटी समस्याओं के लिए भी विश्वविद्यालय का चक्कर लगाते हैं एवं वहां के पदाधिकारी तथा कर्मचारी उनका मानसिक एवं शारीरिक शोषण करते हैं। जिस ओर जिले के जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं जाता है।

छात्र नेता राज दीपक गुप्ता एवं नगर सह मंत्री शुभम कुमार ने कहा कि बेगूसराय जिला अब अपने बदहाली को लेकर कहां जाए यह समझ से परे है। हम बार-बार विश्वविद्यालय प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से मांग पत्र एवं वार्ता कर वापस आते हैं किंतु परिवर्तन नहीं दिखता। सरकार इस ओर ध्यान नहीं देती है किंतु विद्यार्थी परिषद इस संबंध में लगातार आंदोलन का निर्णय ली है इसका परिणाम जल्द ही दिखेगा।

By National News Today

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