बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
बेगूसराय के एक दिवसीय दौरे पर बिहार राज खेल प्राधिकरण के डीजी ने खिलाड़ियों से मिलकर की हौसला अफजाई। बेगूसराय में कबड्डी, वॉलीबॉल एवं ताइक्वांडो के एकलव्य सेंटर खोलने का आश्वासन दिया।
बिहार में खेलों को आंदोलन का रूप देने हेतु खेल विभाग कर रहा कार्य।
बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण के डीजी श्री रविंद्र शंकरण बेगूसराय के अपने एक दिवसीय दौरे पर कबड्डी, वॉलीबॉल एवं ताइक्वांडो खेल के खिलाड़ियों से मिलकर उनकी हौसला अफजाई की। साथ ही बेगूसराय में इन खेलों के माहौल को भी परखा। अपने दौरे पर श्री रविंद्र शंकरण ने महात्मा गांधी उच्च विद्यालय, बीहट में कबड्डी (बालक/बालिका) एवं वॉलीबॉल कल्याण केंद्र बरौनी रिफाइनरी में ताइक्वांडो (बालक/बालिका) तथा रतनपुर में वॉलीबॉल और कबड्डी (बालक) खिलाड़ियों से रूबरू होते हुए उन्हें जीवन में आगे बढ़ने तथा खेल में कैरियर के साथ लक्ष्य प्राप्त करने हेतु कई टिप्स बताए।
उन्होंने खिलाड़ियों से रूबरू होते हुए खेलो में डी.टी.पी. डिसिप्लिन (अनुशासन) ट्रेनिंग (प्रशिक्षण) और परफॉर्मेंस (प्रदर्शन) पर फोकस कर खेल में आगे बढ़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसा खिलाड़ी जिसने 6 साल में दस हजार घंटे किसी भी खेल में प्रैक्टिस किया है वह अपने जीवन में सक्सेस खिलाड़ी के रूप में चिन्हित हुए हैं। उन्होंने इस संबंध में ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट जैवलिन थ्रो के खिलाड़ी नीरज चोपड़ा, ऑस्ट्रेलियन तैराक माइकल फेल्प्स, दुनियां के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट एवं अन्य खिलाड़ियों का उदाहरण दिया।
खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में खेलों को आंदोलन का रूप दिया जा रहा है जिसके अंतर्गत कई आमूलचूल परिवर्तन खेल विभाग में हो रहे हैं। अब विद्यालय एवं ओपन खेलों में विजेता तथा उपविजेता टीम, व्यक्तिगत स्पर्धा के खेलों में मेडलिस्ट खिलाड़ियों को बिहार सरकार सीधे खिलाड़ियों के खाता में कैश प्राइज दे रही है। इस वर्ष का पुरस्कार बहुत जल्द ही पटना में कार्यक्रम के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी के हाथों वितरित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बिहार ने अभी नही तो कभी नही के स्लोगन के साथ 2028 ओलंपिक तक अपना लक्ष्य निर्धारित किया है कि अगले छह साल में कम से कम हर खेल से एक या दो खिलाड़ी ओलंपिक में भाग ले सकें। इसके लिए एक दर्जन खेलों को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित कर प्रतिभावान खिलाड़ियों के चयन, प्रशिक्षण की व्यवस्था खेल विभाग कर रही है।
आर्थिक कमियों को दूर करने के लिए विभिन्न निगमों को एक-एक खेल को गोद दिया गया है। जो उस खेल का पालन पोषण करेंगे। बिहार सरकार विभिन्न खेलों में खिलाड़ियों के प्रशिक्षण हेतु राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोचों की सेवा ले रही है।
इसी कार्यक्रम के तहत रग्बी में दक्षिण अफ्रीका से कोच बुलाए गए हैं, बिहार हॉकी टीम का प्रशिक्षण झारखंड में कराया जा रहा है जबकि कबड्डी के प्रशिक्षण हेतु पूर्व भारतीय खिलाड़ी मेहर सिंह एवं भारोत्तोलन खेल के प्रशिक्षण हेतु ओलंपिक खिलाड़ी कुंजरानी देवी से बातचीत की जा रही है। बिहार में विभिन्न खेलों में NiS डिग्री वाले कोच की भी सेवा ली जा रही है। उन्होंने कहा कि वैक्तिगत स्पर्धा के खिलाड़ियों एवं टीमों को सरकार अपने खर्च पर देश, विदेश के टॉप प्रशिक्षक से प्रशिक्षण की व्यवस्था करवा रही है।
उन्होंने कहा कि बिहार में हर जिले में घूम कर खेल का माहौल देखा जा रहा है। जिस जिले में जिस खेल का माहौल होगा उस जिले में उस खेल का एकलव्य सेंटर स्थापित किया जाएगा।
बेगूसराय जिले में वॉलीबॉल, कबड्डी एवं ताइक्वांडो खेल का सबसे बेहतर माहौल एवं खिलाड़ी हैं। इन खेलों के एकलव्य सेंटर की स्वीकृति बहुत जल्द दी जाएगी ताकि स्थानीय खिलाड़ी उससे लाभान्वित हो सकें।
श्री रविंद्र शंकरन ने महात्मा गांधी उच्च विद्यालय, बिहट के मैदान में फ्लड लाइट लगाने तथा कबड्डी का मैट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। वही ताइक्वांडो क्लब कल्याण केंद्र में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण हेतु आधुनिक सेंसर किट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। नाइस स्पोर्ट्स क्लब, रतनपुर के मैदान में उन्होंने मल्टी जिम एवं फ्लड लाइट लगाने की बात कही।
उन्होंने बताया कि बिहार में खेलों के विकास हेतु विभिन्न खेलों का प्रीमियर लीग प्रमंडल स्तर पर आयोजित किए जाएंगे, प्रमंडल की विजयी टीम राज्य स्तर पर प्रतियोगिता खेलेगी जिसका आयोजन बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण करेगी, यह आयोजन मुख्यमंत्री कप के नाम से आयोजित किए जाएंगे जिसमें विजेता एवं उप विजेता टीम के खिलाड़ियों को केश प्राइज दिए जाएंगे।
उन्होंने खिलाड़ियों के उत्साहबर्धन हेतु विभाग द्वारा घोषित किये गए नारे,, खेलेगा बिहार तो खिलेगा बिहार,अभी नही तो कभी नही,चक दे बिहार,, का नारा भी बुलंद करवाया।
श्री रविंद्र शंकरण ने बताया कि बिहार में खेल नीति में परिवर्तन किए जा रहे हैं जिसके बाद राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को सरकार के विभिन्न विभागों में सीधी भर्ती का मौका मिलेग। अब उन्हें ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, बिहार में खिलाड़ियों को खेल के साथ सम्मान एवं आर्थिक सुरक्षा देने के मुख्यमंत्री के सपने को खेल विभाग जल्द ही साकार करने जा रही है।
इस अवसर पर बिहट में खेल महासंघ के अध्यक्ष सुनील सिंह, जिला कबड्डी संघ के सचिव श्याम नंदन सिंह उर्फ पन्नालाल, पूर्व नगर पार्षद अध्यक्ष अशोक सिंह, कल्याण केंद्र बरौनी रिफाइनरी में कल्याण केंद्र के सचिव फुलेना रजक, ताइक्वांडो के जिला सचिव नंदू कुमार तथा नाइस स्पोर्ट्स क्लब रतनपुर के मैदान में क्लब के अध्यक्ष पूर्व मेयर संजय कुमार, वॉलीबॉल खिलाड़ी शंभू कुमार के द्वारा स्मृति चिन्ह देकर श्री रविन्द्र शंकरण जी का स्वागत किया गया।
इस अवसर पर खेल विभाग बेगूसराय की ओर से जिला खेल संयोजक विश्वजीत कुमार, शारीरिक शिक्षक रणधीर कुमार, अरविंद कुमार, बृजेश कुमार, कार्यपालक सहायक भवेश कुमार, नव्या कुमारी, अंकिता कुमारी एवं कृष्ण कुमार, कबड्डी कोच राजकिशोर, बबीता कुमारी, आरती कुमारी, वॉलीबॉल कोच अजय कुमार सिंह, ताइक्वांडो कोच अनिल तांती, मणिकांत, मोहम्मद फुरकान, सीनियर वॉलीबॉल खिलाड़ी अमर कुमार, अनिल कुमार सहित सैकड़ों खिलाड़ी मौजूद थे।