बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
बेगूसराय, बरौनी रिफाइनरी में ऊर्जा कुशल संचालन की दिशा में एक नए पहल के रूप में, भारत का पहला और दुनिया का तीसरा ग्रीन कूलिंग टॉवर श्री आर के झा, कार्यपालक निदेशक एवं रिफ़ाइनरी प्रमुख के नेतृत्व में कमीशन किया गया ।
ग्रीन कूलिंग टॉवर (जीसीटी) पारंपरिक कूलिंग टॉवर का एक ऊर्जा कुशल और पर्यावरण अनुकूल विकल्प है।
नया जीसीटी 3315 M3/घंटा क्षमता का एक अतिरिक्त सेल है। जिसे रिफ़ाइनरी परिसर में अतिरिक्त ठंडे पानी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए मौजूदा बीएक्सपी कूलिंग टॉवर के साथ एकीकृत किया गया है।
जीसीटी कूलिंग टॉवर के पंखे को चलाने के लिए किसी भी सहायक विद्युत शक्ति का उपयोग नहीं करता है तथा विद्युत मोटर के उपयोग को ख़त्म करता है। इसके पंखे को चलाने के लिए ठंडे पानी के वापसी दबाव से हाइड्रो-टरबाइन का उपयोग किया जाता है। संरचना और पंखा एफआरपी (फ़ाइबर रींफोर्सेड प्लास्टिक) से बना है जो पर्यावरण अनुकूल है और पारंपरिक प्रणाली की तुलना में कम बिजली की खपत करता है।
ऊर्जा कुशल संचालन और पर्यावरण के अनुकूल होने के अलावा, जीसीटी के परिणामस्वरूप लगभग ₹1.3 करोड़ / वर्ष की आवर्ती बिजली लागत की बचत होगी। परंपरागत कूलिंग टावर की तुलना में मोटर्स, स्विचगियर और अन्य विद्युत बुनियादी ढांचे के रखरखाव लागत में भी उल्लेखनीय कमी आएगी।
इस ऐतिहासिक ग्रीन कूलिंग टॉवर को श्री आर के झा, कार्यपालक निदेशक एवं रिफ़ाइनरी प्रमुख, श्री ए के तिवारी, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना), श्री टी के बिसई, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन), श्री जी आर के मूर्ति, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना), श्री एस जी वेंकटेश, मुख्य महाप्रबंधक (टीएस एवं एचएसई), श्री मिथिलेश कुमार, सचिव, आईओओए और बरौनी रिफ़ाइनरी की निष्पादन टीम की उपस्थिति में कमीशन किया गया।