बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
सर सैयद अहमद खान की 124 वीं स्मृति दिवस शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति कार्यालय सुखदेव नगर, सर्वोदय नगर में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।
अपने संबोधन में शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा की सर सैयद अहमद खान प्रमुख शिक्षाविद थे। उन्होंने आजादी की लड़ाई में हिंदू मुस्लिम एकता कायम कर देश को आजाद कराने के लिए, संघर्ष करते हुए आज के दिन 1898 को उनका निधन हो गया। वे अंग्रेज के खिलाफ हिंदू मुस्लिम एक करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 1858 मुरादाबाद में आधुनिक मदरसे की स्थापना की, जहां धार्मिक और वैज्ञानिक शिक्षा एक साथ दी जाती थी। उनका जन्म 17 अक्टूबर 1817 को दिल्ली में हुआ।
साहित्यकार डॉ चौरसिया ने कहा कि सर सैयद अहमद खान भारतीय शिक्षाविद और समाज सुधारक थे। जिन्होंने हिंदू मुस्लिम को एक कर देश को आगे बढ़ाया। ऐसा शिक्षाविद को सत सत नमन।
इस अवसर पर दधिचि देह दन समिति के जिला अध्यक्ष सुशील कुमार राय ने कहा कि सर सैयद अहमद खान जो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना का श्रेय उनको जाता है। क्योंकि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना उन्होंने ही की थी। सर सैयद अहमद खान हिंदू मुस्लिम एकता में विश्वास रखते थे। वह अंग्रेजों के खिलाफ आजादी में हिस्सा लिया। ऐसे महान शिक्षाविद को शत-शत नमन।
समाजसेवी डॉ जुल्फिकार अली ने कहा कि सर सैयद अहमद खान हमारे देश के हिंदू मुस्लिम एकता के सान थे। इस अवसर पर जेपी सेनानी के जिला अध्यक्ष राजेंद्र महतो अधिवक्ता ने कहा कि सैयद अहमद खान को शत-शत नमन।
इस अवसर पर अशोक गुप्ता, ज्ञान चंद्र पाठक, छात्रा आंचल कुमारी , विवेक कुमार, ध्रुव कुमार, सुमित कुमार ने सर सैयद अहमद खान के तैल्या चित्त पर माल्यार्पण की।