बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
त्याग, समर्पण और देशभक्ति की अप्रतिम मिसाल हैं सुभाष चंद्र बोस : एबीवीपी
बेगूसराय नगर इकाई के द्वारा महान राष्ट्रभक्त, स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद वेबीनार का आयोजन किया।
जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व वायुसेना अधिकारी एवं राजनीति शास्त्र के शिक्षक प्रोफेसर जेपी शर्मा तथा इतिहास विभाग के शिक्षक डॉ अभिमन्यु प्रसाद थे। कार्यक्रम का विधिवत शुरुआत परिचय सत्र एवं परिषद गीत कराते हुए नगर अध्यक्ष प्रोफेसर राजाजीत ने किया। इससे पूर्व नगर इकाई के कार्यकर्ताओं के द्वारा जीडी कॉलेज में सुभाष चंद्र बोस के तैल चित्र पर पुष्पांजलि एवं माल्यार्पण का कार्यक्रम किया गया।
जिसमें प्राचार्य डॉ राम अवधेश कुमार ने सुभाष चंद्र बोस के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विद्यार्थी परिषद सही मायने में सुभाष चंद्र बोस के बताए मार्ग पर चलकर राष्ट्र को परम वैभव तक ले जाने का कार्य कर रही है। विद्यार्थी परिषद हमेशा से मातृभूमि के प्रति सर्वस्व समर्पण का भाव प्रदर्शित करते रही है।
वही वेबीनार में प्रोफेसर जेपी शर्मा ने कहा कि आज के भारत में सुभाष चंद्र बोस के विचारों की सबसे अधिक महत्व और आवश्यकता है क्योंकि उन्होंने कहा था हमारे दुश्मन का दुश्मन हमारा दोस्त है और भारत चीन संबंध में उनका यह विचार आज के भारत के लिए सटीक बैठता है। उन्होंने अंग्रेजी शासन के विरुद्ध प्रथम स्वतंत्र आजाद हिंद सरकार का गठन करके अंग्रेजों के दांत खट्टे किए थे और इस सरकार को 11 देशों की मान्यता भी प्राप्त थी।
वक्ता के रूप में डॉ अभिमन्यु प्रसाद ने कहा कि जिस ब्रितानी साम्राज्य में सूर्य का कभी अस्त नहीं होता था। उस साम्राज्य को भी अपनी शक्ति और नेतृत्व कौशल के दम पर सुभाष चंद्र बोस ने पीछे हटने पर मजबूर किया किंतु भारतीय इतिहास लेखकों के द्वारा सुभाष चंद्र बोस को किताबों में वह स्थान नहीं मिल सका जो उन्हें मिलना चाहिए था।
साथ ही उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस लैंगिक समानता, सामाजिक समरसता एवं भारतीय समाजवाद के सहारे भारत के उत्थान का स्वप्न देखते थे। जिसे पूरा करना हम सभी भारत वासियों का दायित्व बनता है।
एबीवीपी के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी एवं जिला प्रमुख मुकेश कुमार ने कार्यकर्ताओं को यह संदेश दिया कि सुभाष चंद्र बोस भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रत्येक उस शक्ति से लोहा लेने को तैयार थे। जो भारत की गुलामी में सहयोग कर रहे थे और प्रत्येक उस शक्ति से हाथ मिलाने को तैयार थे जो किसी न किसी प्रकार से भारतीय स्वतंत्रता के आकांक्षी थे। इसके लिए उन्होंने कई देशभक्ति नारे दिए एवं युवाओं को जोड़कर भारत माता को जल्द से जल्द आजाद कराने के लिए अपने जीवन अर्पित कर दिए।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सोनू सरकार एवं नगर मंत्री पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि विद्यार्थी परिषद सुभाष चंद्र बोस के जयंती पर केंद्र सरकार से यह मांग करती है कि सुभाष चंद्र बोस के जीवन से जुड़ी गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक किया जाए। अमेरिका जैसे देश प्रत्येक 10 वर्ष पर सभी गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक करती है। फाइल के सार्वजनिक होने से सुभाष चंद्र बोस के जीवन से जुड़ी कई गोपनीय प्रेरणादायक प्रसंग प्रकाश में आएंगे।
पूर्व कॉलेज अध्यक्ष आदित्य राज एवं अंशु कुमार व शांतनु कुमार ने कहा कि आज का भारत सुभाष चंद्र बोस के विचारों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है जिसका उदाहरण इंडिया गेट पर सुभाष चंद्र बोस की नई भव्य प्रतिमा है।
वही राष्ट्रीय कला मंच के जिला संयोजक राहुल कुमार और कॉलेज अध्यक्ष कुमार अमन ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस देशभक्ति विचारों के सबसे बड़े प्रतिपादक थे जिनके जीवन का प्रत्येक कदम हम भारत वासियों के लिए अनुकरण योग्य है। जिसे हम संजो कर रखने का प्रयास कर रहे हैं।
नगर सह मंत्री सोनाली कुमारी ने भी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आजाद हिंद फौज में महिलाएं भी गुप्त सूचना पहुंचाने का कार्य करती थी। जो नारी शक्ति का सुभाष चंद्र बोस एवं उनके राष्ट्रीय विचारों के प्रति समर्पण का परिचायक है।
मौके पर नगर सह मंत्री अजीत कुमार ,आदर्श कुमार , शिव कुमार, सत्यम कुमार , रौशन, आदर्श आचार्य, तपन, सुमन कुमार अंकित कुमार , आकांक्षा प्रिय, प्रभाकर, जयश्री, पंकज, ज्योति पल्लवी सहित कई श्रोता आभासी माध्यम से उपस्थित थे।