राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद रानी सकरपुरा इकाई के कार्यकर्ताओं ने स्वामी विवेकानंद जी के जयंती के अवसर पर स्थानीय कार्यालय के प्रांगण में पुष्पांजलि कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम के नेतृत्व प्रखंड संयोजक अंशु पाठक कर रहे थे।
कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन स्वामी विवेकानंद के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके सिद्धांतों तथा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
वही अपने संबोधन में छात्रों को संबोधित करते हुए, छात्र नेता अमन पाठक ने कहा कि राजपुरुष हिंदूनिस्ट स्वामी विवेकानंद ने अपने संवाद से सभ्यता संस्कृति और समाज के बीच अविरल प्रभाव द्वारा को प्रभावित किया। इसी संवाद की बदौलत उन्होंने सभ्यता संस्कृति और परंपरा पर संबोधित किया था।
वही कार्यकर्ता आशीष रंजन और सौरभ पाठक ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के युवाओं के लिए विवेकानंद से सीखने की जरूरत है। आज का नौजवान काफी सजग है।
उसकी चेतना का स्तर काफी व्यापक है। उस की अपेक्षा या उससे अपेक्षा करने के बजाय उनके साथ संवाद स्थापित करने की जरूरत है। स्वामी विवेकानंद ने इसी संभाग के द्वारा भारत को झकझोरने का प्रयास किया था। देश में होने वाला बदलाव हमें उसी की ओर आमंत्रित कर रहा है।
आशीष रंजन तथा केशव राजपूत ने कहा छात्रों को संबोधित करते हुए संयुक्त रूप से कहा कि एक भगवा प्रेमी युवा सन्यासी के रूप में भारतीय संस्कृति की सुगंध विदेशों में बिखरने वाले स्वामी जी साहित्य और इतिहास के प्रकांड विद्वान थे। वही आज जब देश में एक दल ऐसा है जो भगवा रंग से नफरत करने लगा है। आज युवा दिवस के अवसर पर देश के सभी युवाओं को स्वामी जी के आत्मसात करने की आवश्यकता है।
केशव सिंह राजपूत ने अपने संबोधन में कहा कि आज भी जब युवाओं को बिना लेनी होती है तो वह हमारे प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से लेते हैं विवेकानंद जी का कहना था। लक्ष्य का तब तक पीछा करो जब तक वह शो धैय्य की प्राप्ति ना हो जाए। तुम युवा जो भी कर रहे हो अपना पूरा दिमाग उसी एक काम पर लगाओ। अगर तुम निशाना लगा रहे हो तो पूरा ध्यान सिर्फ अपने लक्ष्य पर रखो। देखना तुम कभी नहीं चुकोगे।
यह बहुत बड़ी बात है वर्तमान समय में भी अगर राजनीतिक से ऊपर उठकर उनके विचारधारा पर विचार किया जाए तो इन से प्रेरणा लेकर युवा ना केवल अपनी जिंदगी में बल्कि समाज में भी बेहतर तालमेल बिठा कर विकास के मार्ग पर बढ़ सकता है।
कार्यक्रम में परिषद के कार्यकर्ता अमन पाठक , अंशु पाठक ,सौरभ पाठक, सोनू पाठक ,प्रकाश पाठक , मनीष कुमार, आशीष कुमार ,रवि कुमार छोटू कुमार गौतम कुमार ,सौरभ कुमार, केशव सिंह राजपूत, सुभाष कुमार, अजयशु उपस्थित थे।