बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति के द्वारा मदन मोहन मालवीय जी व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी की जयंती मनाई गई।
देश के महामना मदन मोहन मालवीय जी की160 वीं और भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष अटल बिहारी बाजपेई जी का 97 वी जयंती शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति सर्वोदय नगर में सुखदेव सभागार में आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।
अध्यक्षीय संबोधन शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय जी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को अपनी वैचारिक ऊर्जा से संतुष्ट करने का काम किया और गांधीजी भी उनका बहुत ही आदर किया करते थे।1916 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना उन्होंने ही की थी। उनके संस्थापक कुलपति भी रहे। आज मदन मोहन मालवीय की 160वीं जयंती है।
महापुरुष अटल बिहारी वाजपेई पूर्व प्रधानमंत्री की 97 वीं जन्मदिवस पर अपना विचार व्यक्त किया। उन्होंने यह भी कहा कि वाजपेई जी भारत के तीन बार प्रधानमंत्री बने पहली बार 16- 05-1996 से 31-05-1996 ,दूसरी बार 19-03-1998 से 17–04–1999 और तीसरी बार 18/04/1999 से 22/04/2004 तक रहे। उनका जन्म आज ही के दिन 1924 को हुआ। ऐसे महान पुरुषों को शत-शत नमन।
इस अवसर पर गणेश प्रसाद सिंह महासचिव माध्यमिक शिक्षक संघ ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेई और मदन मोहन मालवीय जी भारतीय राजनीतिक में अहम भूमिका अदा की। ऐसे महान नेता को शत शत नमन करते हुए आज के युवा पीढ़ी को उनके विचारों से ज्ञान प्राप्त करना चाहिए।
इस अवसर पर दधिचि देहदान समिति के जिला अध्यक्ष सुशील राय ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेई और मदन मोहन मालवीय जी हमारे देश के वैसे सपूत थे, जिन्होंने देश को आगे बढ़ाने के लिए अंग्रेजो के खिलाफ संघर्ष किया। महात्मा गांधी भी उनका बहुत सम्मान करते थे । ऐसे महान पुरुष को सत सत नमन।
अलख निरंजन चौधरी पूर्व शिक्षक व कवि ने कहा कि मदन मोहन मालवीय जी और अटल बिहारी बाजपेई भारत के पूर्व प्रधानमंत्री देश के लिए संघर्ष किया खासकर अटल जी ने कहा जब वो विदेश मंत्री थे , विदेश में उनको वार्तालाप में पूछा गया था कि भारत में कौन-कौन से नेता हैं, दोनों ने सबका नाम माया परंतु इंदिरा गांधी का नाम छोड़ दिया, तब उन्हें विदेश में पूछा गया कि इंदिरा गांधी आपके देश के नेता नहीं है, तब अटल जी ने कहा आपने देश के बारे में पूछा था, इंदिरा गांधी विश्व की नेत्री है।
इस अवसर पर महिला सेल सचिन सुनीता देवी, इंजीनियर आलोक कुमार, युवा वेद प्रकाश, अजय सिंह, विकास सिन्हा अधिवक्ता, छोटी बच्ची अनाया कुमारी, छात्रा आंचल कुमारी, छात्रा आसमा कुमारी ,प्रिंसी कुमारी,रीता देवी,अनेकों ने अपना विचार व्यक्त किया।