बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
किसान विरोधी तीनों कृषि कानून केंद्र सरकार द्वारा वापस लिए जाने के उपलक्ष्य में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बेगूसराय के हर हर महादेव चौक पर खुशी और जश्न मनाते हुए प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन का नेतृत्व अखिल भारतीय किसान कौंसिल के सदस्य और बेगूसराय के पूर्व विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह, बिहार राज्य किसान सभा (जमाल रोड, पटना) के जिला सचिव दिनेश प्रसाद सिंह, बिहार राज्य किसान सभा (केदार भवन पटना) के जिला नेता अरविंद कुमार सिंह, किसान महासभा के नेता राजेश श्रीवास्तव, जय किसान के नेता रंजीत कुमार, नवनिर्वाचित जिला पार्षद अंजनी कुमार सिंह, सीटू नेता सुरेश प्रसाद सिंह, एक्टू नेता चंद्र देव वर्मा और एटक वीरेन्द्र सिंह कर रहे थे।
यह प्रदर्शन हर हर महादेव चौक स्थित स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ० राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा के समक्ष सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता अरविंद सिंह ने की।
पूर्व विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह ने इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एक साल से चल रहा किसान आंदोलन केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानून को वापस लिए जाने के बाद स्थगित हुआ है। संयुक्त किसान मोर्चा किसानों की मांगों के मद्देनजर सरकार की कार्रवाइयों पर पैनी निगाह रख रहा है। उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार की सरकार केंद्र सरकार का अनुकरण करते हुए किसानों के साथ छलावा कर रही है। इस सरकार ने कृषि बाजार समितियों को खत्म कर दिया, डी०ए०पी० खाद और यूरिया की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि, किल्लत और कालाबाजारी को बढ़ावा दे रखा है। बिहार में दिल्ली की तर्ज पर किसानों का व्यापक मोर्चा बनाते हुए एक आंदोलन शीघ्र ही खड़ा किया जाएगा।
सीटू नेता और नवनिर्वाचित जिला पार्षद अंजनी कुमार सिंह ने राज्य सरकार पर कालाबाजारियों के संरक्षण का आरोप लगाते हुए कहा कि आज यूरिया खरीद के समय किसानों पर व्यापारी नकली बीज खरीदने का दबाव बनाते हैं और बीज लेने वालों को ही उर्वरक देते हैं।
एक्टू नेता चंद्र देव वर्मा ने किसानों मजदूरों एकता के द्वारा ही केंद्र की जनविरोधी सरकार को सत्ता से बाहर करने का एकमात्र रास्ता बताया। बेगूसराय संयुक्त ट्रेड यूनियन के संयोजक सुरेश प्रसाद सिंह ने किसानों को बधाई देते हुए कहा कि आगामी 23-24 फरवरी को केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ अखिल भारतीय हड़ताल को सफल बनाने में समाज के सभी वर्गों की एकता और उनके समर्थन की जरूरत है।
जय किसान के नेता रंजीत कुमार ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े किसान आंदोलन ने देश में सभी संघर्षशील वर्गों को रास्ता दिखाया है। इस मौके पर किसान नेता रत्नेश झा, दयानिधि चौधरी, दुलीचंद यादव, खेत मजदूर यूनियन के नेता सुरेश पासवान, सूर्यनारायण रजक, रमेश प्रसाद सिंह, चिंटू यादव मनोज राय,बिहार राज्य किसान सभा के नेता मनोज यादव, रचियाही के सरपंच रामनरेश निषाद समेत अन्य नेता तथा सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।