भगवानपुर, बेगूसराय।।
थाना क्षेत्र के बनवारीपुर गांव में एक कलयुगी पिता द्वारा अपने ही दुधमुंहे पुत्र को नदी में फेंकने का सामाचार प्रकाश में आया है।
घटनास्थल से मिली जानकारी के अनुसार उक्त गांव निवासी देवनारायण चौरसिया के दो पुत्रों में बड़ा पुत्र मनिष कुमार शादीशुदा है और उसके दो छोटे छोटे पुत्र भी था। रविवार को उसकी सास आई हुई थी और वह अपनी बेटी सह मनीष कुमार की पत्नी कंचन देवी को अपने साथ थाना क्षेत्र के संजात गांव स्थित मैके चलने के लिए कहा, कंचन देवी मां के साथ मैके जाने के लिए तैयार हो गई। तभी मनीष कुमार ने कहा कि तुम्हारे साथ मैं भी संजात जाऊंगा जिसके लिए पत्नी और सास तैयार नहीं थी।
इसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच तू-तू मैं-मैं हो गया। उद्दंड प्रवृत्ति का मनिष कुमार गुस्से में अपने दूसरे पुत्र तेरह महीने का अबोध शिवम कुमार को घर के पास स्थित बलान नदी में बीती शाम रविवार को लगभग छः बजे फेंक दिया। जिससे उसकी तत्क्षण मौत हो गई।
जैसे ही उक्त घटना की जानकारी लोगों को मिली घटनास्थल की तरफ बढ़ गये। ग्रामीणों के प्रयास से शव को बाहर निकाला गया। आक्रोशित परिजन तथा ग्रामीण मनीष कुमार को कब्जे में लेकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मृतक बच्चे के दादा देवनारायण चौरसिया के आवेदन के आलोक में मनिष को गिरफ्तार कर लिया। समाचार लिखे जाने तक मनिष थाना हाजत में बंद था। जिसे जेल भेजने की तैयारी चल रही थी।
वहीं मृतक शिवम् की मां कंचन देवी अपने अबोध बच्चे के बेरहमी से हुई हत्या पर आंसू बहा रही थी। ग्रामीणों ने बताया कि मनिष उद्दंड प्रवृत्ति का युवक था। इस घटना की भर्त्सना गांव ही नहीं पुरे प्रखंड क्षेत्र में हो रही थी कि एक क्रुर कलयुगी पिता ने किस निर्दयता से अपने अबोध की हत्या कर दी। आखिर उसका अपराध क्या था? उसने अपने पिता का क्या बिगाड़ा था? यही प्रश्न लोगों के जेहन में कौंध रहा था।