बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
कार्रवाई के बजाय रुपया लेकर राजभवन दे रहा बेस्ट वीसी का अवार्ड : एबीवीपी
उच्च शिक्षा में बढ़ती अराजकता के खिलाफ जी डी कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने अर्थी जुलूस निकाला।
अर्थी जुलूस में यूपी लॉबी मुर्दाबाद, भ्रष्ट कुलपति इस्तीफा दो, राजभवन को पैसा दो – बेस्ट कुलपति का अवार्ड लो, के नारे के साथ आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के द्वारा मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति का अर्थी जुलूस निकाल नारेबाजी की। जुलूस का नेतृत्व पूर्व अध्यक्ष आदित्य राज ने किया।
अर्थी जुलूस निकालते हुए एबीवीपी के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी ने कहा कि वर्तमान शिक्षा व्यवस्था गिरावट के निम्नतम स्तर पर है। राजभवन की आड़ में बिहार के कई विश्वविद्यालय के कुलपति अपने विश्वविद्यालय को लूट का अड्डा बना रखे हैं। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण मगध विश्वविद्यालय एवं मिथिला विश्वविद्यालय है। विभिन्न मदों के नाम पर पैसों को पानी की तरह बहाया जा रहा है। आर्थिक अराजकता के इस माहौल में विद्यार्थी परिषद अर्थी जुलूस निकाली है।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सोनू सरकार एवं नगर मंत्री पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि जिन लोगों के द्वारा शिक्षा का अर्थी निकाला गया, विद्यार्थी परिषद उन लोगों की अर्थी निकालने का कार्य कर रही है। यदि शैक्षणिक संस्थान भ्रष्टाचार के निम्नतम स्तर पर चला जाता है तो यह भारत जैसे गौरवशाली ज्ञान परंपरा वाले देश के लिए दुर्भाग्य है। दुनिया को ज्ञान देने वाली धरती आज उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भ्रष्टाचार के लिए सुरक्षित क्षेत्र बना हुआ है।
पूर्व कॉलेज अध्यक्ष आदित्य राज एवं कोर कमेटी सदस्य ध्रुव कुमार, अंशु कुमार ने कहा कि जिस प्रकार विश्वविद्यालय पैसे के चक्कर में बार-बार ऑनलाइन एजेंसी का टेंडर अपने चहेते लोगों को दे रही है या राजभवन के कुछ लठैत के द्वारा पैसे लेकर टेंडर दे रही है। विश्वविद्यालय के इस खेल में छात्र छात्रा का भविष्य अधर में लटका हुआ है। ठीक उसी प्रकार महाविद्यालय में भी प्राचार्य आर्थिक लूट में व्यस्त हैं। ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार की एक तंत्र विकसित हो गई है, जहां कोई भी सक्षम पदाधिकारी अपने से नीचे के लोगों पर कार्यवाही के बदले पैसा वसूल रहा है।
कॉलेज अध्यक्ष कुमार अमन एवं शांतनु ने बताया कि महाविद्यालय में जहां छात्र छात्रा अपनी मेधा के सहारे नामांकन नहीं करा पा रहे हैं वही पैसा के बल पर नामांकन करा रहे हैं। ऐसे लोगों को कॉलेज में स्थान मिलना महाविद्यालय के लिए शर्मनाक है।
वही नगर सह मंत्री आकाश कुमार एवं सोनाली कुमारी ने कहा कि विगत कई वर्षों से छात्र छात्राओं के लिए शौचालय एवं स्वच्छ पेयजल की मांग की जाती रही है, किंतु प्राचार्य मूलभूत सुविधा दे पाने में भी अक्षम साबित हुए हैं। विद्यार्थी परिषद सख्त शब्दों में इस बात की मांग करती है कि यदि 15 दिनों के अंदर मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई तो प्राचार्य के खिलाफ छात्र छात्राओं से हस्ताक्षर करवा कर शिक्षा मंत्री को भेजा जाएगा।
मौके पर अजित कुमार, अभिनव कुमार, प्रह्लाद कुमार, भीम सिंह तपन कुमार, अंजलि, अंकित, सुमन कौशिक, गोविंद, सत्यम सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।