Fri. Apr 25th, 2025

वनवासी कल्याण आश्रम महिला समिति के बैनर तले छठी मैया सेवा ग्रुप ने व्रत संबंधित सामग्री का किया वितरण

 

बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।

वनवासी कल्याण आश्रम महिला समिति के बैनर तले आज छठी मैया सेवा ग्रुप ने दिनकर कोचिंग सेंटर, तेलिया पोखर रोड में छठ मैया के प्रति भक्ति भाव से व्रत सहयोगी सामग्री जरूरतमंदों को अपने हाथों से दिया।

 

यह कार्यक्रम इस टीम द्वारा विगत 5 वर्षों से लगातार चला आ रहा है। इसका उद्देश्य गरीब एवं जरूरतमंद व्रती को माता की आराधना उपासना में माता की प्रेरणा से उन तक यथासंभव पहुचाना है। इसी उद्देश्य के अंतर्गत इस बार भी यह टीम पूरे उत्साह लगन और भक्ति के साथ आपस में मिलकर इन सामग्रियों को इकट्ठा किया।

जिसमें चावल 25 किलो, चीनी 50 किलो, गेहूं 50 किलो, दाल 25 किलो, अगरबत्ती 100 पैकेट, पंचमेवा 7 किलो, नारियल सौ पीस, साड़ी सौ पीस, ब्लाउज 100 सौ पीस, घी 5 किलो, सिंदूर और दक्षिणा इन सब का वितरण बेगूसराय के निम्न इलाकों से व्रती को चिन्हित करके दिया गया।

पन्हास, पिपरा, सिंहमा, डुमरी, पसपुरा, रतनपुर, चट्टी रोड, पावर हाउस रोड, विश्वनाथ नगर, उलाव आदि स्थानों से छठ व्रती आए और सामग्री पाकर संतुष्ट होकर गए।

आए हुए अतिथि वार्ड नंबर 22 की पार्षद नीलम प्रकाश जी ने छठ की महिमा का पर प्रकाश डाला साथ ही राजकमल जी जिला शिक्षा कार्यक्रम पदाधिकारी ने छठ के व्रत की तुलना प्रकृति से की और कहा की यह प्रोग्राम हमेशा होना चाहिए।

 

वहीं पर आई हुई रतनपुर थाना अध्यक्ष सुधा कुमारी जी ने व्रतियों से निवेदन किया की आप सभी शांति से शुद्ध भाव से इस व्रत को पूर्ण करें। माता आपकी मनोकामना पूर्ण करेंगी।

वहां पर मौजूद महिला समिति की सदस्य सुभद्रा जी, किशोरी जी जयपुर से, रचना कोलकाता से, किरण टिबरेवाल, समस्तीपुर से मंजू अग्रवाल, डॉ गीता, सुधा मस्करा, पूजा अग्रवाल, रोली अग्रवाल, बीना हिसारिया, बीना गुप्ता, संगीता अग्रवाल, मीना सुल्तानिया, निर्मला शर्मा अंजू रुंगटा आदि सभी ने वातावरण को भक्ति मय बना दिया।

वहां मौजूद बेगूसराय के अन्य गण मान्य व्यक्ति मुरारी हिसारिया ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और छठ की महत्व पर प्रकाश डाला। दिनकर कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर अभिमन्यु जीने छठ व्रत को ग्लोबल व्रत बताया। समाजसेवी कृष्ण मोहन ने छठ पर्व को महा पर्व बताया। वही सुमित जी ने इस कार्यक्रम को पूर्ण रूप से सफल बनाने में काफी सहयोग दिया।

इस संस्था की अध्यक्षा सरिता सुल्तानिया ने कहा की आस्था का अनूठा ग्लोबल पर्व बिहार के संस्कृति से ओतप्रोत, अपनी रोशनी हर जगह फैला रहा है।प्रकृति से लेना और वापस उन्हीं को देना विश्वास, आस्था, श्रद्धा, सूर्य उपासना का अनूठा संगम है। उगते हुए सूरज एवं डूबते हुए सूरज को अर्ध देना जो वास्तव में भगवान सूर्य, उषा, प्रकृति, जलवायु को समर्पित करता है। व्रती इसे जीवन की खुशहाली और संतान की आस में करते हैं।
“मन में जितनी आस हो, ‘पूर्ण करेंगी छठी मैया मन, विचार को शुद्ध करके जो, बोले जय छठी मैया”।

By National News Today

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