बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद्र की 85वीं एवं संपूर्ण क्रांति के अग्रदूत लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 42वीं समृति दिवस संयुक्त रुप से शहीद सुखदेव स्मारक द्वार के समीप मनाई गई।
जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की। अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि कथाकार सम्राट मुंसी प्रेमचंद्र और लोक नायक जयप्रकाश नारायण हमारे देश के धरोहर थे। उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण करते हुए, कहा कि जहां हिंदी कहानी के माध्यम से प्रेमचंद्र ने किसान, मजदूरों और दबे कुचले वर्गों के उत्थान के लिए कलम चलाएं।
वहीं से प्रकाश बाबू ने 1974 में संपूर्ण क्रांति के माध्यम से देश को जगाने का काम किया। ऐसे महान देश के जाने-माने जय प्रकाश बाबू का जन्म देश के सेवा के लिए हुआ था। जिन्होंने अंग्रेजी सरकार की चुलैहिया हिला दी तथा स्वतंत्र भारत मे तत्कालीन कांग्रेस सरकार को गद्दी से उतार दिया। वे संघर्ष करते हुए 8 अक्टूबर 1979 में चल बसे। ऐसे महान नेता जय प्रकाश नारायण जी से मेरे पिता कामरेड सुखदेव सिंह का संपर्क था। जो ज०प० आंदोलन में बिहार का नेतृत्व करते थे । 8 अक्टूबर 1936 ईस्वी में प्रेमचंद्र का निधन हो गया।
इस अवसर पर संपूर्ण क्रांति मोर्चा के प्रदेश महा सचिव डॉ०शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि जय प्रकाश बाबू ने 74 आंदोलन में संपूर्ण क्रांति के माध्यम से देश को जगाने का काम किया।
इस अवसर पर दे दान समिति के जिला अध्यक्ष सुशील कुमार राय ने कहा कि आज कि भ्रष्टाचार के दौर में जयप्रकाश बाबू के राह पर चलने की जरूरत है। वहीं प्रेमचंद्र हिंदी कहानी के बेताज बादशाह थे।
इस अवसर पर डॉ चंद्रशेखर चौरसिया ने कहा कि प्रेमचंद्र की कहानी और उपन्यास के माध्यम से राष्ट्र की सेवा की और जयप्रकाश नारायण तन- मन – धन व आम आवाज के के लिए बैठक कर राष्ट्र की सेवा करते हुए, अपनी जीवन लीला समाप्त की।
इस अवसर पर राजेंद्र महतो अधिवक्ता जेपी सेनानी, टुनटुन राम, संतोष राम, सीतल राज अनेक गणमान्य व्यक्ति ने भाग लिया।
इस अवसर पर शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि सुखदेव द्वार से लेकर सुपर कॉलोनी होते हुए, शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह के दरवाजे तक 7,01000 रुपये में ईटा का सोलिंग कराया गया था। जो अब नर्क बना हुआ है। खाशकर नगर निगम के पदाधिकारी एवम बेगूसराय के जिला अधिकारी से अनुरोध है कि जनता कि आवाज को ध्यान देते हुए इसकी जांच कराई जाए।