Wed. Feb 12th, 2025

चेरिया बरियारपुर, मंझौल, बेगूसराय की खबरें ::: फातिमा शेख़ की 189 वीं जयंती मनाई गई, फाइलेरिया निरोधी अभियान की शुरुआत, प्रखंड में निर्वाचन का काम जोरों पर, सेवानिवृत्त प्राध्यापक प्रोफेसर का निधन।

मंझौल, बेगूसराय, अविनाश कुमार गुप्ता।।

 

टीएनबी कॉलेज भागलपुर के 89 वर्षीय सेवानिवृत्त प्राध्यापक प्रोफेसर विशेश्वर प्रसाद सिंह का निधन।

इतिहास गवाह है जिसका उदय हुआ है उसका अंत भी निश्चित है। आज एक और बेगूसराय जिले के लाल को लोगों ने सदा सदा के लिए खो दिया। जिले के प्रसिद्ध अनुमंडल मंझौल के न्यायिक क्षेत्र महेशावरा ग्राम निवासी टीएनबी कॉलेज भागलपुर के सेवानवृत्त 89 वर्षीय प्रसिद्ध प्राध्यापक प्रोफेसर वितेश्वर प्रसाद सिंह का आज अचानक बेगूसराय के एक निजी नर्सिंग होम में इलाज के क्रम में निधन हो जाने से संपूर्ण अनुमंडलीय क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके बारे में बताया जा रहा है कि वह कुछ दिनों से काफी बीमार चल रहे थे।

उक्त प्रोफेसर वर्ष 1999 में पीएनबी कॉलेज से प्राचार्य के पद से निर्वृत हुए। बिहार के प्रसिद्ध भागलपुर के टीएनबी कॉलेज में भौतिकी विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट रहे। स्तर पर होते हुए उन्होंने काफी ख्याति प्राप्त की और अपने पद को सुशोभित करते हुए बहुत सारे सफल छात्र को भी देने का काम उन्होंने निरंतर जारी रखा था।स्वर्गीय प्रोफेसर अपने पीछे एक भरा पूरा परिवार को छोड़ इस दुनिया से सदा सदा के लिए विदा हो गए। उक्त परिवार में दो लड़के और दो लड़कियां हैं। बड़े पुत्र कुमार रामानुज पिछले वर्ष बिहार सरकार के शिक्षा सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। जबकि बड़ा दामाद कैंसर हॉस्पिटल कोलकाता में चिकित्सक के पद पर कार्यरत हैं। साथ में उनके परिवार में नाती नातिनी इंजीनियर और डॉक्टर भी हैं। बताया जाता है कि बेगूसराय के प्रसिद्ध डॉक्टर सुशील कुमार इनके शिष्यों में से हुआ करते थे।

स्वर्गीय प्रोफेसर के पार्थिक शरीर का अंतिम दर्शन कर फूल व माला अर्पित श्रद्धांजलि देने का काम लगातार ग्रामीणों एवं विशिष्ट जनों के द्वारा किया जा रहा था। मौके पर श्रद्धांजलि देने वालों लोगों में प्रोफ़ेसर व पत्रकार संजय कुमार सिंह, विनय कुमार उर्फ टीनू, मनोज सिंह, अरुण सिंह, महेश यादव, सुधीर सिंह, जयप्रकाश सिंह, हरिहर सिंह, राजीव कुमार सिंह, सुदृष्टि कुमार सिंह के अलावे भारी तादाद में लोग थे।

 

प्रखंड में निर्वाचन का काम जोरों पर।

चेरिया बरियारपुर प्रखंड क्षेत्र में निर्वाचन का काम जोरों पर चल रहा है। चेरिया बरियारपुर वीडियो सुशील कुमार ने बताया कि कल से यानी 22 नवंबर से चुनाव के अभी आरती होंगे उनका एनआर काटने का काम नाजिर के द्वारा शुरू किया जा रहा है। जिसमें 3 काउंटर प्रखंड में लगाएं जा रहे हैं। साथ में आगामी 30 नवंबर से नॉमिनेशन का काम शुरू हो जाएगा। जिसमें किसी प्रकार का भी कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी। वर्तमान में करोना खत्म नहीं हुआ है, करोना काल अभी भी चल रहा है। इसको देखते हुए करोना काल के सभी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। इस कार्य के लिए बहुत सारे डंडा अधिकारी भी नियुक्त किए जा रहे हैं। साथ ही लोगों से भी अपील है कि अपने साथ एक प्रस्तावक ही साथ में अंदर लेकर आयें। इसी प्रकार का भी कोई भी अभी अभ्यार्थी के द्वारा प्रोटोकाल का उल्लंघन किया जाएं। यदि इस प्रकार का कोई भी प्रोटोकॉल का उल्लंघन का मामला सामने आता है तो उस पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि वीडियो ने आगे बताया कि सर्वर का प्रॉब्लम होने की वजह से जाति, आवासीय, इनकम सर्टिफिकेट बनवाने में थोड़ी परेशानी आ रही है। लेकिन फिर भी काम जारी है। नेट स्लो रहने की वजह से काम थोड़ा धीमा हो रहा है। अगर किसी कारण से कार्य को समय पर पूरा नहीं हो पाता है तो आगे का जो वरीय पदाधिकारी दिशा निर्देश देंगे, उसके अनुसार प्रखंड में कार्य होगा। सभी मतदाताओं से भी अनुरोध है कि वह सरकार के द्वारा लागू कि गई सभी प्रोटोकाल का पालन करते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग करें। निर्वाचन का कार्य को लेकर काफी गहमागहमी थी। प्रशिक्षण कार्य लगातार जारी है। आज कंप्यूटर से संबंधित, नेट संबंधित प्रखंड कार्यालय में कर्मियों को प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा था।

फाइलेरिया निरोधी अभियान की शुरुआत

 प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं चिकित्सा पदाधिकारी चेरिया बरियारपुर ने सन्युक्तरूप से मिलकर की।

प्रखण्ड में फाइलेरिया निरोधक अभियान की शुरुआत की गई है।समुदायिक स्वाथ्य केंद पे आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर राम कुमार ऒर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी शुशील कुमार
ने लाभार्थी के समक्ष फलेरिया रोकथाम है डीईसी एवं एलमेंडाजो दवा खाई।
इस कार्यक्रम के
अंतर्गत प्रखण्ड के 2 से कम उम्र बच्चे ,गर्भवती, गम्भीर रूप से बीमार से ग्रसित महिला पुरुष को छोड़ कर सभी लोगों को फाइलेरिया निरोधक दवा खिलाई जाएगी।
2 साल 5 वर्ष के बच्चो को एक एलमेंडाजो और फलेरिया कि गोली खिलाना है।5 वर्ष से 15 साल तक 2 फलेरिया, एक एलमेंडजोल,एवं 15 वर्ष से अधिक को 3 फलेरिया 1एलमेंडाजो की गोली खिलानी है।
इसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है।

फाइलेरिया खतरनाक बीमारी है। इसे हाथीपांव भी कहते हैं। इसमें एक पैर सूज जाता है या फिर हाइड्रोसील की समस्या हो जाती है। विशेषज्ञों की मानें तो फाइलेरिया की दवा सभी लोगों को खानी चाहिए। यह मच्छर जनित बीमारी है। इससे सभी लोगों के अंदर थोड़े बहुत माइक्रोफाइलेरिया होते ही हैं। जब यह बहुत बढ़ जाती है, तब हाथी पाव या हाइड्रोसील जैसी समस्या हो जाती है।

प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डा.राम कुमार नेे बताया कि इस बीमारी से लड़ने के लिए ही आज से अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 14 दिनों तक चलेगा। इसमें लक्षित सभी लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य दिया गया है। इस बार विभाग ने अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी दवा खिलाने की मॉनीटरिंग में लगाई है। ताकि सभी को सही से दवा खिलाई जा सके।

सामने खिलाई जाएगी दवा
फाइलेरिया निरोधक दवा कर्मचारियों को अपने सामने ही खिलाने के निर्देश दिए गए हैं। केयर के विश्वजीत ने बताया कि प्रतेक आशा कार्यकर्ता को एक दिन में निश्चित घरों में दवा खिलाने का लक्ष्य दिया गया है। ताकि यदि कोई देर में दवा खाने की कहे तो भी उसे दवा सामने ही खिलाई जाए।

विश्वजीत कुमार ने बताया कि दवा खाने से एक दो लोगों को दवा खाने से चक्कर आदि आने लगते हैं या कोई और समस्या होती है।इससे घबराना नही है।

इसका मतलब है कि उस व्यक्ति में माक्रोफाइलेरिया है। उन्हें दवा से परहेज नहीं करना चाहिए। यदि कोई समस्या होती है तो नजदीकी अस्पताल से संपर्क कर लें। संबंधित को तुरंत इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।

इन लोगों को नहीं खानी है दवा
फाइलेरिया निरोधक दवा कुछ लोगों को नहीं खानी है। इसमें 0 से 2 साल तक बच्चे,
गम्भीर बीमारी से ग्रसित लोगो को छोड़ सभी दवा खा सकते है।

इस अवसर पे स्वास्थ्य प्रबन्धक सत्यदर्शी कुमार, बीसीएम रानी कुमारी,केयर के राजीव कुमार ,पिरामल फाउंडेशन के दीपक मिश्रा ,रॉकी कुमार सहित अन्य स्वस्थ्य कर्मी और लाभार्थी मौजूद थे।

मंझौल अनुमंडल क्षेत्र में फातिमा शेख़ की 189 वीं जयंती मनाई गई।

आज ही के दिन 189 वर्ष पूर्व 21 सितम्बर सन् 1832 ईस्वी को फातिमा शेख़ का जन्म मुस्लिम परिवार के समाज में हुआ था। उन्हें भारत की प्रथम अल्पसंख्यक महिला शिक्षिका के रूप में भी याद किया जाता है। जिन्होंने सावित्रीबाई फुले, ज्योतिवा राव फुले के साथ मिलकर 1848 में प्रथम कन्या विद्यालय खोलने का काम किया था। आज उनकी जयंती के उपलक्ष पर मंझौल पंचायत-1 के कमला ग्राम में खासकर युवाओं एवं मुस्लिम समुदाय के बुजुर्गों ने इन्हें याद करने का काम किया। इनकी जीवन पर प्रकाश डालने का भी काम किया और उनके जीवन से सीख लेने कि कसमें खाई गई। आज भी समाज इनके देन को भूल नहीं सकती। आज अगर अल्पसंख्यक समुदाय और पिछड़ा समाज की महिलाओं को शिक्षा मिल रही है तो इस शिक्षा में इनके बलिदान और उनकी अमूल्य योगदान है। इसलिए इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इनकी जयंती मनाने वाले लोगों में मुख्य रूप से इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मनीष पासवान ने की संचालन जयजय राम पासवान द्वारा किया गया। जबकि मौके पर कुंदन पासवान, संजीव पासवान, मो. अबुल कलाम, सच्चिदानंद ठाकुर, सरोज कुमार, अनिल पासवान,मो.अनवर अहमद के अलावे दर्जनों युवा मौजूद रहे इस अवसर पर सभी ने दोनों महान शख्सियत के तैलीय चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि देने का काम किया।

By National News Today

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