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ईमानदारी और सादगी के प्रतीक पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की जयंती मनाई गई

बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।

शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति कार्यालय सुखदेव सभागार सर्वोदय नगर में पूर्व मुख्यमंत्री इमानदारी और सादगी के प्रतीक भोला पासवान शास्त्री की 107वीं जयंती मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री का जन्म पूर्णिया जिला के एक अत्यंत पिछड़े इलाके में हुआ था। इनका जन्म 1914 ईस्वी में और मृत्यु 1984 में हो गया। वह तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। 22 मार्च 1968 से 29 June 1968 ,22 जून 1969 से 4 जुलाई 1969 तक 2 जून 1971 से 9 जनवरी 1972 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए नगर निगम के पूर्व मेयर आलोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री इमानदार और सादगी के प्रतीक थे। उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के बाद भी अपने राजनीतिक जीवन में बिहार के जनता के प्रति सजग रहे थे। वे बिहार की जनता के लिए एक से बढ़कर एक कार्य किए।

दे दान समिति के जिला अध्यक्ष सुशील कुमार राय ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शासत्री सरल स्वभाव, कर्मठ व्यक्ति थे । उनके द्वारा किए गए बिहार का विकास आज मिल का पत्थर साबित है।

इस अवसर पर कवि शिक्षक अलख निरंजन चौधरी ने कहा कि भोला पासवान शास्त्री बिहार और देश की राजनीति के विचित्र पुरुष थे।

इस अवसर पर अदिवक्ता राजेन्द्र महतो(जप सेनानी) ,प्रिंसी कुमारी, पवन कुमार चौधर , अदिवक्ता विकाश कुमार ,जय किशोर सिंग ,छात्रा आनाया कुमारी, अनिकेत पाठक, अनेकों ने अपना विचार वक्त करते हुए माल्यार्पण कीये।

By National News Today

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