भोजपुर ::–
बबलू कुमार ::–
सरकार के द्वारा संचालित डॉ अंबेडकर आवासीय कस्तूरबा गाँधी विद्यालय चरपोखरी, थाना सेमराव में एक छात्रा की मौत हो गयी। जिससे आक्रोशित ग्रामीणों के साथ भाकपा माले के कार्यकर्ताऔ द्वारा मृतक छात्रा का शव सड़क पर रख कर सड़क जाम कर दिया। माले नेता मनोज मंजिल ने दोषियो के खिलाफ करवाई करने को लेकर ग्रामीणों के साथ सड़क जाम कर वरीय अधिकारियो से जाँच कराने की मांग किया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि अवासीय कस्तूरबा गांधी विद्यालय में आए दिन पढ़ने वाले छात्राओं के साथ भरपेट भोजन नहीं दिया जाता है, साथ में उसके साथ मारपीट भी किया जाता है। वही भाकपा माले नेता मनोज मंजिल ने कहा कि कस्तूरबा गांधी स्कूल के साथ पूरे बिहार में चल रहे शेल्टर होम में ग़रीब, दलित, पिछड़े और कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाली बच्ची ही रहती और पढ़ती है। जो बच्चियों के ब्लात्कारगृह के साथ ही मौतगृह बन चुका हैं। इन स्कूलों में इनके खाने-पीने, पढ़ने, रहने आदि की सुविधाओं की स्थिति अमानवीय बना दिया गया है। इन संस्थाओं में रहने वाले लड़कियों को घठिया खाना परोसा जाता है, विरोध करने पर मारा -पीटा जाता है। इतना ही नहीं प्रताड़ित कर के इनका यौन शोषण भी किया जाता है। इनके हकों को लूटा जाता है। सरकार के मिली भगत से कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग और NGO के अधिकारियों के द्वारा इनका पैसा लुटा जाता हैं।
मृतक छात्रा की माँ चिंता देवी ने बताया कि कुछ दिन पहले मेरी बेटी घठिया खाने के खिलाफ़ और भरपेट भोजन मेनू के अनुसार न देने के सवाल पर स्कूल में आवाज़ उठाई थी। स्कूल के इंचार्ज पूनम देवी ने उसकी पिटाई किया और धमकी दी थी। साथ ही परिवार से शिकायत की थी कि आपकी बेटी बहूत तेज़ बन रही है इसे समझाइए।
मृतक संकुतला कुमारी बिहार के भोजपुर ज़िले की चरपोखरी ब्लॉक के सेमराव गावँ की भूमिहीन मज़दूर दलित सत्यनारायण राम की बेटी है। जो अपने गावँ से मात्र लगभग 3 km की दूरी पर अवस्थित सरकार द्वारा संचालित कस्तूरबा गाँधी आवासीय विद्यालय में पढ़ती थी।
15 मार्च को सुबह 5 बजे 13 वर्षीय 8 वीं क्लास की दलित छात्रा संकुतला कुमारी की लाश शौचालय में झूलती मिली हैं। स्कूल से संकुतला की गावँ की दूरी मात्र 3 km है। लेकिन प्रशासन ने 6 घंटे बाद परिवार को उसकी मौत की खबर दी और मामला को रफा-दफा करने के लिए स्थानीय प्रसाशन ने परिवार को बहला-फुसलाकर लाश को सदर हॉस्पिटल में बिना एम्बुलेंस के ही पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया। ताकि जन-आंदोलन की भी गुंजाइश न रहे। अचानक ग्रामीणों को पता चला तो आरा सदर हॉस्पिटल जाकर पुलिस से लाश अपने हाथ में लेकर AISA के नेता सेमराव गए।
वहाँ पहले से मौजूद भाकपा माले के नेता और जनता के साथ मिलकर लाश को बीच सड़क पर रख प्रतिवाद करने लगे। लगभग 3 घण्टे रोड जाम के बाद SDO, DWO, DSP और BDO दलबल के साथ पहुंचे। स्कूल इंचार्ज पूनम देवी को हत्या का जिम्मेवार बनाते हुए FIR दर्ज करने , स्कूल इंचार्ज की गिरफ्तारी करने, कल 4 बजे दिन में बतौर मुआवज़ा 4 लाख 12 हज़ार 500 रूपये का चेक देने और छात्रावास की नारकीय स्थिति में सुधार करने के आश्वासन के साथ रोड जाम टुटा।