बरौनी, बेगूसराय, राहुल कुमार।।
राष्ट्रकवि दिनकर को पहचान दिलाने वाला मध्य विद्यालय बारो कवियों के लिए तीर्थ स्थल है। जिनका जीर्णोद्धार भी जिला स्तरीय एक कमेटी बनाकर सर्वागीण विकास किया जाना आवश्यक है। मध्य विद्यालय बारो राष्ट्रकवि दिनकर का राष्ट्रीय धरोहर के समान है। उक्त बातें मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष राज किशोर सिंह ने अपने संबोधन में कहा।
राजेश कुमार टुना ने कहा कि स्थानीय विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति से अतिथियों के मन को मोह लिया है। दिनकर मंच के बच्चों को जोड़ देना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने राजनीति व्यवस्था पर चुटकी लेते हुए कहा कि किसी कार्य में जिनकी जितनी भागीदारी होती है उनकी उतनी ही दावेदारी होती है। दिनकर आज जीवित होते तो जिसकी जितनी कलम भारी होती, उतनी उसकी हिस्सेदारी होती।
उन्होंने दुख व्यक्त किया कि आज के कलम चलाने वालों में भी जात-पात, ऊंच-नीच का भेद चरम सीमा पर है। जिस कारण दिनकर की आत्मा कलंकित हो रही है।
इस अवसर पर अध्यक्ष राजकुमार सिंह ने कहा कि दिनकर को जानना और समझना बच्चों के लिए जरूरी है। इसीलिए विभिन्न स्कूलों में कार्मिक जयंती कार्यक्रम 1 सप्ताह तक बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए किया जाता रहा है।
कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों ने दिनकर रचित कविताओं का पाठ सुना कर लोगों का जोश व उत्साह को बढ़ाया।

इस अवसर पर मंच का संचालन परमानंद सिंह कर रहे थे। जबकि धन्यवाद ज्ञापन करते हुए दिनकर जागृति मंच के सचिव कृष्ण नंदन राय ने कहा कि दिनकर की शिक्षा मंदिर के उद्धार के लिए पूर्व सांसद भोला बाबू से लेकर मंत्री गिरिराज सिंह समेत जिला से राज्य तक विभिन्न सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाया गया, लेकिन अभी तक उसमें पूर्ण कामयाबी नहीं मिली है। दिनकर जयंती समारोह 1 सप्ताह तक चलेगी।
इस अवसर पर कवि दीनानाथ सुमित्र, HM विजय कुमार सिंह, नगर परिषद बीहट के पूर्व चेयरमैन राजेश कुमार टुना, पूर्व पार्षद बलराम राय, राकेश कुमार, राजनाथ सिंह, विशंभर सिंह, समीम बार्बी ने राष्ट्र कवि के लिए अपना विचार व्यक्त किया।

