बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है। आम जनों की रक्षा, सुरक्षा के लिए संविधान बनाया गया। जिसका सही तरीके से पालन करने के लिए बहुत सारे सिस्टम तैयार किए गए। जिससे लोकतंत्र में संविधान बचा रहे। लेकिन कुछ प्रशासनिक विभाग संविधान को नहीं मानने की कसम खा लिया है। आए दिन संविधान का उल्लंघन करना उनका नियति बन चुका है। इसी सिलसिले में आज आरक्षी अधीक्षक कार्यालय के समीप धरना प्रदर्शन दिया गया।
संविधान ने जनता की रक्षा एवं कानून व्यवस्था की सुरक्षा के लिए आरक्षी सेवा का प्रावधान किया, लेकिन आज आरक्षी सेवा के पदाधिकारी अपने संवैधानिक दायित्व की भूमिका को तिलांजलि देकर भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में डूब चुके हैं। अपराधी और दबंगों के आतंक और हमलों से पीड़ित लोग अपनी रक्षा सुरक्षा के लिए पुलिस अर्थात आरक्षी विभाग व कानून व्यवस्था से जान बचाने, न्याय पाने की उम्मीद लेकर थाना की शरण में जाते हैं और वहां भी जब सहानुभूति एवं सुरक्षा की बात तो दूर गाली, गलौज और मारपीट ही मिलेगा तथा दबंगों, अपराधियों के इशारे पर उलटे निर्दोष लोगों को ही झूठे मुकदमों में फंसाकर परेशान किया जायेगा। तो अब पीड़ित लोग कहां जाये इस बात का जबाव आरक्षी अधीक्षक साहब को ही देना चाहिए। नया गांव थाना इस तथ्य का जीता-जागता उदाहरण बन गया है। उक्त बातें माकपा मटिहानी लोकल कमिटी द्वारा आरक्षी अधीक्षक बेगूसराय के कार्यालय के समक्ष आयोजित प्रदर्शन धरना में शामिल महिला पुरुष आंदोलनकारियों को सम्बोधित करते हुए सीटू बिहार राज्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा।
उन्होंने कहा बाढ़पीड़ित महेन्द्र पुर ग्रामवासी थाना से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर अपराधियों के जानलेवा हमलों के शिकार बनते रहे हैै। बार बार थाना को सूचना दी गई, लेकिन थाना पदाधिकारी कुंभकर्णी नींद में सोते रहे और दो घंटे बाद पहुंचने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। यह न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि पुलिस प्रशासन के लिए शर्मनाक भी। अपराधियों से गठजोड़ कर आम जनता को प्रताड़ित करने की पुलिस प्रशासन की काली करतूतों को बेनकाब किया जायेगा।
धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए माकपा प्रभारी जिला सचिव सुरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि पुलिस-प्रशासन-अपराधी गठजोड़ प्रत्येक इलाके में अपना एजेंट बनाकर जनता को लूटने का काम कर रहा है। इसके खिलाफ चौतरफ़ा आन्दोलन ही एकमात्र विकल्प है।
किसान सभा नेता विद्यानंद यादव ने कहा कि यही हालत साहेबपुर कमाल थाना की भी है इसलिए किसानों-मजदूरों को एकजुट होकर इस आन्दोलन को और आगे ले जाना होगा।
थाना को भ्रष्टाचार मुक्त बनाओ, रिश्वतखोरी में लिप्त नया गांव थाना के दारोगा अजय कुमार राय को बर्खास्त करो, आरक्षी सेवा को जनसरोकार से जोड़कर उसे जनहितकारी बनाओ, उपेन्द्र शर्मा और और संजय राय सहित उनके परिजनों के ऊपर किया गया झूठा मुकदमा ख़ारिज करो, हमलावर अपराधियों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाना सुनिश्चित करो आदि अपने पांच सूत्री मांगों से सम्बन्धित स्मार पत्र पर शीघ्र कार्यवाही करने की मांग को लेकर आयोजित प्रदर्शनकारियों का नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आरक्षी अधीक्षक अवकाश कुमार से मिलकर बातें की।
प्रतिनिधिमंडल में माकपा प्रभारी जिला सचिव सुरेश प्रसाद सिंह, किसान सभा के जिला अध्यक्ष विद्यानंद यादव, सीटू बिहार राज्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, उपेन्द्र शर्मा, उमेश पंडित, रामदास राय, रंजीत यादव, प्रमोद साह आदि शामिल थे।
धरना प्रदर्शन को युवा नेता वकील राम, मो कलीम, मजदूर नेता सत्यनारायण रजक, असंगठित कामगार यूनियन नेता कार्तिक पासवान, शिवराम पंडित, जनवादी महिला नेतृ सीता देवी, प्रमिला देवी, मीरा देवी, मीना देवी आदि ने भी सम्बोधित किया।