जिला माध्यमिक शिक्षक संघ, बेगूसराय संघ के लोकतांत्रिक प्रक्रिया की उड़ा रहे धज्जियां।
बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
रविवार को संपन्न हुए शिक्षक दिवस समारोह विवादों के घेरे में आ गई है। विगत दिनों बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ भवन, पावर हाउस रोड, बेगूसराय में आयोजित शिक्षक दिवस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के द्वारा शिक्षकों को अपमानित करने की बात पर जिला माध्यमिक शिक्षक संघ की युवा टीम ने आपत्ति दर्ज करते हुए इसे शिक्षक समाज के लिए एक काला दिन बताया।
इस समारोह के बाद आज सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए टीम के सदस्य जिला मूल्यांकन परिषद के अध्यक्ष दिवाकर सिंह, राज्य पार्षद बेनुजा कुमारी, अनुमंडल सचिव मुन्ना कुमार, नगर सचिव रणधीर कुमार, शिक्षक नेता पंकज कुमार, अनिल चौधरी, मो. शाहिद इकबाल, राजीव कुमार, राघवेंद्र कुमार, विश्वजीत कुमार, उज्जवल कुमार एवं अमित कुमार ने अपनी आपत्ति दर्ज करते हुए शिक्षक दिवस समारोह में शिक्षकों को अपमानित करने की बातों को गंभीरता से लिया है एवं इसकी सूचना राज्य इकाई को देने की बात कही है।
जिला माध्यमिक शिक्षक संघ बेगूसराय के मूल्यांकन परिषद के अध्यक्ष दिवाकर सिंह ने कहा कि आम शिक्षकों के पैसों से शिक्षक दिवस समारोह मनाया जाता है। जिसकी सूचना जिले के किसी आम शिक्षकों को नहीं दी जाती है। यह बहुत ही हास्यास्पद स्थिति है, किसी भी कार्यक्रम के लिए सचिव मंडल की बैठक का आयोजन किया जाता रहा है लेकिन वर्तमान जिला टीम बीएसटीए के लोकतांत्रिक ढांचे की धज्जियां उड़ाते हुए संगठन का दुरुपयोग कर किसी वैक्ति के घर पर बैठकर निर्णय लेकर कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। जिसकी सूचना आम शिक्षकों को तो दूर बल्कि संघ के पदाधिकारियों को भी देना उचित नहीं समझते हैं। जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।
राज्य पार्षद वेनुजा कुमारी ने कहा कि शिक्षक दिवस समारोह के अवसर पर जहां शिक्षकों का सम्मान किया जाना चाहिए। वहां सरेआम ऐसे मुख्य अतिथि को बुलाया जाता है, जो शिक्षकों के बीच ही उन्हें अपमानित करते हुए खरी-खोटी सुना रहे हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ही शिक्षकों को अयोग्य करार दे रहे हैं एवं उन्हें पैसे का लोभी एवं लालची बता रहे हैं। जो दुर्भाग्यपूर्ण है, बीएसटीए की वर्तमान नेतृत्व जिले के शिक्षकों को अपमानित करवाने का कार्य कर रही है। आने वाले संगठन चुनाव में जिले के आम शिक्षक इन लोगों को इनकी जगह दिखाने का कार्य करेंगे ऐसी हम आशा करते हैं।
शिक्षक नेता पंकज कुमार एवं राघवेंद्र कुमार ने कहा कि जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के मठाधीश राज्य के संयुक्त सचिव जैसे लोग जब शिक्षकों को ही खरी-खोटी सुनाते हैं, तो आश्चर्य होता है। जो व्यक्ति स्वयं 91 दिन आंदोलन के बाद जब जिले के समस्त शिक्षकों ने अपना वेतन कटाया था। वे अपना वेतन निकाल लिए थे। ऐसे व्यक्ति शिक्षकों को नसीहत देते हैं। यह कतई उन्हें सोभा नहीं देता है। ऐसे शिक्षक नेताओं से जिले के शिक्षक को सचेत रहना होगा, जो सिर्फ और सिर्फ अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए संघ संगठन का दुरुपयोग कर रहे हैं।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ, बेगूसराय के नगर सचिव रणधीर कुमार ने कहा कि माध्यमिक शिक्षक संघ का कौन सदस्य है और कौन नहीं। यह जमाल रोड तय करता है ना कि कोई ऐसा व्यक्ति जो स्वयं जिले में पद लोलुपता के कारण पधारी बाबा की संज्ञा पा चुके हैं। अगर शिक्षक व्हाट्सएप, फेसबुक चलाते हैं तो किसी को इसपर आपत्ति क्यों ? ऐसे शिक्षकों के बदले विद्यालय का कार्य जिला संघ के ही नेता करते हैं क्या? ऐसा लगता है कि विधानपरिषद चुनाव में हार के कारण शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाए हैं एवं अपनी सुध बुध खो चुके हैं। जिसके कारण वे शिक्षकों के सम्मान समारोह में भी अपनी राजनीति चमकाने के लिए अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ नगर इकाई इसकी सर्वत्र निंदा करता है एवं ऐसे नेताओं के खिलाफ बिगुल फूंकने का कार्य संघ के सदस्य करेंगे। आने वाले संगठन चुनाव में शिक्षकों को बदनाम करनेवाले ऐसे नेताओं को सबक सिखाने का काम जिले के आम शिक्षक करेंगे, ताकि जिले के शिक्षकों के मान सम्मान की रक्षा की जा सके।