बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
आज 05 सितंबर है, 05 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। शहर से लेकर गांव तक धूमधाम से शिक्षक दिवस पर शिक्षाविद सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मनाई गई।
इस अवसर पर आज शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति की ओर से भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की 133वीं जन्म दिवस शिक्षक दिवस के रूप में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की। अध्यक्षीय संबोधन में अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक दिवस पर पूरे देश के सभी प्रदेशों व जिलों में 05 सितंबर को मनाया जाता है। मैं कहना चाहता हूं कि आप सब भी उनके विचारों को मानते हुए शिक्षक दिवस मनाएं और बच्चों को शिक्षित बनाएं।
इस अवसर पर अलख निरंजन चौधरी, हास्य कवि और शिक्षक ने अपना विचार वक़्त करते हुए कहा कि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रपति होते हुए भी शिक्षा प्रदान करते थे। ऐसे महान पूर्व राष्ट्रपति राधाकृष्णन को सत सत नमन।
इस अवसर पर आलोक कुमार इंजीनियर ने कहा कि शिक्षक और छात्र एक दूसरे पर निर्भर हैं। एक के बगैर दूसरे का अस्तित्व नही।प्राचीनकाल की ओर देखें तब भारत में ज्ञान प्रदान करने वाले गुरु थे अब शिक्षक हैं।
सुशील कुमार राय दे दान समिति के जिला अध्यक्ष ने कहा कि सर्व पल्ली राधाकृष्णन की जन्म दिवस शिक्षक दिवस के रूप में मनाई जाती है। आज लोग शिक्षक को सम्मान करना भूल गए हैं। जिससे समाज में अनियमितता बढ़ता जा रहा है। शिक्षक का करो सम्मान तब बच्चा पढ़ लिखकर बनेगा महान, यही मेरा है पैगाम।
राजेंद्र महतो अधिवक्ता जेपी सेनानी, ज्ञान चंद्र पाठक, राजेश कुमार, मोहम्मद हिदायतुल्लाह, मोहम्मद इरशाद, अनाया कुमारी, आसमा कुमारी छात्रा, आंचल कुमारी छात्रा, अनिकेत कुमार छात्र नेता, अभिषेक कुमार शिक्षक, डॉ एम एन रहमानी, महिला सेल सचिव सुनीता देवी एवं अनेकों ने शिक्षक दिवस के अवसर पर सर्व पल्ली राधाकृष्णन को याद किया।


