बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
@ 08 सितंबर को एसपी कार्यालय पर होगा प्रदर्शन, छात्र ऋतुराज हत्याकांड के जल्द उद्भेदन नहीं होने पर
एआईएसएफ के जिला परिषद की बैठक जिला सचिवमंडल सदस्य नितेश कुमार मोनू की अध्यक्षता में पटेल चौक स्थित कार्यानन्द भवन में संपन्न हुआ। बैठक में पिछले कार्यों की समीक्षा की गई एवं संगठन के आगामी आंदोलन एवं कार्यक्रम की रणनीति बनाई गई।
बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार एआईएसएफ के द्वारा छात्र ऋतुराज हत्याकांड के जल्द उद्भेदन ना होने पर 8 सितंबर को एसपी कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं 23 सितंबर (दिनकर जयंती) के अवसर पर एक विशाल मानव श्रृंखला बेगूसराय शहर में दिनकर विश्वविद्यालय की माँग को लेकर बनाया जाएगा। इस मानव श्रृंखला में सभी धर्मनिरपेक्ष-जनवादी छात्र संगठन एवं राजनीतिक दल को साथ करने के लिए मुहिम चलाया जाएगा।
स्नातक एवं इन्टर नामांकन में छात्रों के मदद के लिए संगठन के द्वारा हेल्पलाइन नंबर 6203772845 भी जारी किया गया है। वहीं 8 सितंबर से 20 सितंबर तक लगातार सभी डिग्री कॉलेजों में छात्र सहायता केन्द्र लगाने का फैसला लिया गया है।
इस बैठक में शामिल संगठन के राज्याध्यक्ष अमीन हमजा ने कहा एआईएसएफ लगातार छात्रहितों के साथ समाजहित की लड़ाई को भी लड़ता रहा है। हमारा संकल्प बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना का है। दिनकर जयंती से पूर्व से ही अभियान चलाकर जिले के सभी प्रगतिशील लोगों एवं छात्रों को गोलबंद कर हम 23 सितंबर को दिनकर विश्वविद्यालय के लिए एकजुट होंगे।
बैठक के पर्यवेक्षक राज्य सचिव रंजीत पंडित ने कहा देश की आजादी के गर्भ से निकला एआईएसएफ आज भी गैर-बराबरी और अशिक्षा के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाला सबसे बड़ा व सक्रिय छात्र संगठन है। उन्होंने कहा बिहार में छात्राओं एवं अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए बनाया गया मुफ्त शिक्षा कानून का धरातल पर पालन के लिए हमने सड़क से लेकर न्यायालय तक संघर्ष किया है। अब इसके लिए राज्य भर के हर शैक्षणिक कैंपस के छात्रों के बीच हम जागरूकता अभियान चलाने का काम करेंगे।
इस बैठक में संगठन के जिला मंत्री राकेश कुमार, सहसचिव हसमत बालाजी एवं विवेक कुमार, कार्यकारिणी सदस्य सत्यम भारद्वाज, साकेत कुमार, मो शबाब, मनीष कुमार, अनंत कुमार, सुमित, दुर्गेश नंदन, मो फारूख, अम्बेदकर, जोहैब सुलैमान, प्रिंस, रूहूल अमीन, पिन्टू,बीपीन, अविनाश कौशिक, तौसिफ रजा, नितिश समेत अन्य मौजूद थे।