तिरंगा फहराने में शहीद हुए एआईएसएफ के लोग
बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के 86वें स्थापना दिवस के मौके पर बेगूसराय के जी डी कॉलेज में छात्र आंदोलन का योगदान एवं एआईएसएफ के 85 वर्षों का सफर विषय पर राज्यस्तरीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमिनार के पूर्व शहीदे आजम भगत सिंह एवं एआईएसएफ बेगूसराय के दिवंगत पूर्व जिलाध्यक्ष सजग सिंह के तस्वीर पर उपस्थित सभी अतिथियों ने माल्यार्पण किया।
सेमिनार का उद्घाटन करते हुए बेगूसराय महिला कॉलेज के प्राचार्य प्रो विमल कुमार ने एआईएसएफ के 85 वर्ष होने पर छात्रों को बधाई एवं शुभकामनाएं दिया। जीडी कॉलेज के प्राचार्य राम अवधेश कुमार एवं अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. कमलेश कुमार ने कहा कि एआईएसएफ का इतिहास काफी गौरवपूर्ण है। एआईएसएफ से जुड़े छात्र काफी अनुशासित होते हैं और अपने बातों को यह बड़े तार्किक तरीके से रखते हैं।
सेमिनार को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि एआईएसएफ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ राय ने कहा कि एआईएसएफ एक मात्र वह छात्र संगठन है, जिसने देश के आजादी में शहादत दिया है, तिरंगा को फहराने के क्रम में अंग्रेजों की गोली से शहीद होने का गौरव प्राप्त है। बिहार के सात शहीदों जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपनी शहादत दी, वे एआईएसएफ से जुड़े थे। ऐसा गौरव एआईएसएफ को ही प्राप्त है।
फर्जी देशभक्त अपने आप को देशभक्त कहते हैं, लेकिन एआईएसएफ के 85 वर्षों का इतिहास देखेंगे तो इससे एकदम साफ हो जाता है कि देशभक्त होने का गौरव एआईएसएफ के लोगों को प्राप्त है।
इस सेमिनार के मुख्य वक्ता डॉ शरद कुमारी ने अपने संबोधन में कहा गोवा मुक्ति आंदोलन एवं देश के आजादी की भूमिका में एआईएसएफ रहा है। आजादी आंदोलन में एआईएसएफ की भूमिका पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हम अपने गलत व्यक्तित्व के खिलाफ खड़े होते हैं वह भी आजादी है, और ऐसी आजादी एआईएसएफ के लोग में ही होती है। उन्होंने कहा कि हमारी सबसे बड़ी लड़ाई दिमागी गुलामी की है, हमें दिमागी गुलामी से लड़ने के पहले शिक्षा के भेदभाव एवं लैंगिक भेदभाव से लड़ना होगा।
इस अवसर पर एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि एआईएसएफ के कारण ही बखरी में डिग्री कॉलेज बन रहा है। डॉ कन्हैया कुमार के साथ बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान, एआईएसएफ के राज्य सचिव रंजीत पंडित के अलावे मैं भी प्रतिनिधिमंडल में गया था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से माँग किया था जो पूरा हो गया, लेकिन दिनकर विश्वविद्यालय बनाने की माँग पूरा नही हो पाया, जिसपर और अधिक संघर्ष करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, सेंट्रल यूनिवर्सिटी गया एवं मोतिहारी बनवाने में एआईएसएफ के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि बेगूसराय के गांव गांव में भी एआईएसएफ को दिनकर विश्वविद्यालय के स्थापना को लेकर हस्ताक्षर अभियान भी चलाना चाहिए।
इस सेमिनार की अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष अमीन हमजा ने किया। इस सेमिनार को राज्य सचिव रंजीत पंडित, झारखंड के राज्य सचिव लोकेश, एआईएसएफ बिहार के सह सचिव जन्मेजय, कोषाध्यक्ष गरुण प्रियम, बेगूसराय के जिला सचिव राकेश कुमार, जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार, महिला कॉलेज छात्र संघ की अध्यक्ष एवं एआईएसएफ की नेत्री अप्सरा ने भी संबोधित किया।
इस सेमिनार में खगड़िया, मधेपुरा, पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली के अलावे दर्जनों जिले के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सूफी गायक किशन कुमार ने अपने गानों से लोगों का मन मोह लिया।
इस मौके पर राज्य नेतृत्व के किशोर कुमार, जिला सहसचिव हसमत बालाजी, विवेक कुमार एवं पिन्टू कुमार, उपाध्यक्ष कैसर रेहान, ऋषभ कुमार, अनंत कुमार, आरजू खान, साकेत, बिपीन कुमार, वसंत, प्रतुल, नाज, सोनम, चांदनी, सबीना खातुन समेत बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं मौजूद थे।