बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
आज क्रीड़ा भारती उत्तर बिहार प्रांत की कोर कमिटी ने भारतीय हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने की बधाई देते हुए कहा कि
भारतीय हॉकी का स्वर्णिम दौर अब वापस आ गया है।
प्रांत अध्यक्ष चंद्रशेखर अधिकारी ने कहा कि इसका प्रत्यक्ष प्रमाण इस बार के टोकियो ओलंपिक खेल में देखने को मिला। जहां भारतीय पुरुष एवं महिला टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई।
ओलंपिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि एक ही देश की पुरुष एवं महिला टीम सेमीफाइनल में पहुंचने का दम दिखाया है।
वहीं प्रांत उपाध्यक्ष रोशन सिंह धोनी ने कहा कि पुरुष एवं महिला हाॅकी टीम ने ओलंपिक में इतिहास रचते हुए सालों बाद टोकियो ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाई।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने इसके पहले 1972 के ओलंपिक में सेमीफाइनल खेला था और उस ओलंपिक में भारत ने स्वर्ण पदक भी जीता था।
प्रांत उपाध्यक्ष सुमन चंद ने कहा कि भारतीय महिला टीम का ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1980 के मास्को ओलंपिक के तरह ही रहा। जहां उसे इसी तरह सेमीफाइनल में पहुंचकर चौथे स्थान पर रहकर संतोष करना पड़ा था।
वहीं बेगूसराय विभाग संयोजक रणधीर कुमार ने बताया कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने निर्धारित क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन को हराकर दशकों बाद ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल का टिकट कटाया। आज भारत ने जर्मनी को हराकर कांस्य पदक जीतकर समस्त भारतीयों के विश्वास को बनाए रखने में सफल रहे हैं। ये बातें
क्रीड़ा भारती उत्तर बिहार प्रांत मंत्री अमित कुमार ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा।