‘हवाओं का समझे इशारा प्रकृति ने हमें पुकारा’
बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
वनवासी कल्याण आश्रम महिला समिति बेगूसराय ने बच्चों और अभिभावकों का मनोबल उत्साह बढ़ाने हेतु पर्यावरण दिवस राष्ट्रीय स्तर पर मनाया। करीबन 35 सिटी से जैसे बेगूसराय, पटना, दिल्ली, कोलकाता, गया, मुंबई, सूरत, आसनसोल, गोंडा, बस्ती, रायपुर, हाथरस आदि कई जगह से बच्चों ने पार्टिसिपेट किया। यहां तक विदेशों से भी प्रविष्ठियां आई। उत्साह और बच्चों की क्रिएटिव क्षमता देखते ही बनती है। उनका मुक रहकर सिर्फ पहनावे से जो संदेश मिले हैं वह शायद हम बड़ों के पास भी नहीं होंगे।
वनदेवी …मैं वन की देवी मेरा घर मत उजाड़ मत खिलवाड़ करो।। रैबिट …मेरा घर जंगल है हरी हरी ताजा घास मेरा भोजन है हमें भूखे मत मारो।
कोरोना पेशेंट… तुलसी का गमला एक पाइप लगाकर ऑक्सीजन ले रहा है।
कोरोना वॉरियर्स ..पीपी किट पहनकर सब की जरूरत पूरी कर रहा है।
स्टूडेंट ..ऑनलाइन क्लास लेकर अपनी स्थिति बयान कर रहा है।माली का रूप धारण कर बच्चे बागवानी कर रहे हैं जो छुट्टियों में यह बताने की हमारी स्थिति बड़ों की शहरीकरण मानसिकता की वजह से ऐसी हो गई।
स्कूल, पढ़ाई, खेलकूद, बच्चों के साथ रहना, सब पर पाबंदी लग गई। इस तरह के अनोखे पर शास्वत सच बच्चों ने रखा।
दो ग्रुपों में यह प्रतियोगिता संपन्न हुई। इस प्रतियोगिता में करीबन 300 बच्चों ने पार्ट लिया। इन बच्चों को जज करना हमारे जजों के लिए भी बहुत कठिन कार्य था।
1…माननीय वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष श्री शंभू कुमार
2…अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की प्रांतीय अध्यक्ष श्रीमती मीना तोदी
3..पटना दूरदर्शन की रिटायर्ड डायरेक्टर श्रीमती रत्ना पुरकस्या
4…अनुत्तरा खादी उद्योग की ऑनर कल्पना कुमारी एवं 5..वनवासी कल्याण आश्रम की महिला मेंबर
जूनियर ग्रुप से 175 बच्चों के बीच 5 बच्चे सेलेक्ट हुए..
प्रथम स्थान पर श्रद्धा खेरिया खगड़िया से
द्वितीय स्थान पर सनाया भारद्वाज दिल्ली से
तृतीय स्थान पर देवांश गर्ग बेगूसराय
चौथे स्थान पर काव्या अग्रवाल
पांचवें स्थान पर आरवी मस्करा आसनसोल से।
बच्चों को प्राइज ऑनलाइन आने की काफी खुशी है।
वहीं सीनियर में
प्रथम स्थान मायरा सिंह बेगूसराय
दितीय स्थान प्रांशु अग्रवाल रायपुर
तृतीय स्थान तनिष्का खेमानी आसनसोल
चौथा स्थान वंश अग्रवाल झरिया वही
पांचवा स्थान सोनिका अग्रवाल झरिया ने प्राप्त कर अपना प
रचम लहराया।
इस ऑनलाइन प्रतियोगिता का उद्देश्य अपने आने वाले भविष्य की अमानत हमारे बच्चों को सही रास्ता दिखाना, पेड़ पौधे की अहमियत बताना, ऑक्सीजन जिसके लिए लोग दम तोड़ रहे हैं, एक-एक सांस के लिए तरस रहे हैं, उसकी महत्ता पर प्रकाश डालना। उससे भी बड़ा उद्देश्य महिला समिति का था कि घर में रहकर जो सभी उत्साहिन होकर मशीन बन गए थे। उनमें वापस जान डाल देना, बच्चों के उड़ने का सपना पूरा करना।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में वनवासी कल्याण आश्रम की सभी सदस्य बहनों का पूरा पूरा सहयोग रहा। साथ ही हमारी जजों ने भी हमे अपना पूरा पूरा सहयोग और समय दिया।
बीना देवी ,बीना हिसारिया, सुधा मस्करा, पूजा अग्रवाल, मंजू तायल, अनु रुंगटा,रोली अग्रवाल, अनुराधा अग्रवाल, किशोरी मिश्रा , जुली जालान,ममता छापरिया, रोली अग्रवाल, प्रियंका अग्रवाल आदि सभी सदस्यों ने इस कार्यक्रम को सफलता तक पहुंचाया।
अंत में अध्यक्षा सुल्तानिया ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम आगे भी होते रहेंगे। अभी वैदिक मैथ की डेमो क्लास भी बच्चों के मध्य से करवाने का इरादा है।


