बेगूसराय ::–
रतौली मध्य विद्यालय मैं गुरुवार को विद्यालय परिवार और जनवादी लेखक संघ बेगूसराय के तत्वावधान में महाप्राण निराला की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर विद्वान साहित्यकार मणिभूषण सिंह ने विस्तार से निराला की साहित्य साधना से सबको परिचय कराया। उनकी स्मरणशक्ति और साहित्यिक विवेचना सबको चकित कर देनेवाली थी। प्रोफेसर राजेंद्र साहु ने भी निराला साहित्य के विस्तृत फलक को सामने रखते हुए, साहित्य में उनकी क्रांतिकारी भूमिका पर विशेष बल दिया।
विनीताभ ने अपनी क्षणिकाओं की प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। अनुपमा सिंह ने बच्चों के समक्ष बड़े ही रोचक एवं सशक्त ढंग से कहानी सुनाकर उनकी चेतना को उन्नत बनाने की दिशा में ले जाने का प्रयास किया।
डा० भगवान प्रसाद सिन्हा ने निराला जी के साहित्य पर प्रकाश डालते हुए स्कूल के बारे में कहा कि विद्यालय परिवार का एक वेहतर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति समर्पित प्रयास करना था। बच्चों की शैक्षणिक गतिविधियों में यह स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रहा था। विद्यालय के प्रधानाचार्य धनंजय कुमार जिनके कुशल नेतृत्व में समस्त विद्यालय परिवार एक सरकारी विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रकाश स्तंभ बन पूरे जिले को आलोकित करने का साहस जुटाए हुए है।
इससे भी महत्वपूर्ण यह उल्लेखनीय है कि वहाँ जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अहर्निश जुटे शिक्षकों के बीच सौहार्दपूर्ण समन्वय का अद्भुत दर्शन रहता है! रंजन कुमार, बिनय कुमार, अनुपमा कुमारी, सीमा संगसार और जलेस के जिला सचिव राजेश कुमार का धनञ्जय कुमार के साथ जो अभिन्न सहयोगभाव रहता है, वह एक उत्साहवर्द्धक और आशा से भरा संदेश दे रहा था। इस विधालय को देख लगता है कि अगर शासक और जनता अपनी थोड़ी इच्छाशक्ति दिखावें तो कॉमन स्कूल सिस्टम सिर्फ़ अनुशंसा की चीज़ बनकर नहीं रह जाएगी अपितु वह वास्तविक धरातल पर उतर सकती है।
जनकवि दीनानाथ सुमित्र की अगुवाई में कई कवियों ने कविता पाठ भी किया। इनमें संजीव फिरोज, केदारनाथ भास्कर, प्रोफेसर चौरसिया शामिल थे।
कार्यक्रम में बच्चों द्वारा निराला की रचनाओं का स्मरणपाठ, लगभग दर्जनभर से अधिक बच्चों ने विभिन्न रचनाओं को सुनाया। म्यूजिक चेयर रेस के माध्यम से जो क्विज़ प्रतियोगिता आयोजित की गई वह काफी दिलचस्प था। क्विज़ में सारे सवाल निराला के जीवन और साहित्य से जुड़े थे जिसका उत्तर छात्रों की तरफ़ सही-सही दिया गया।